- भीड़ प्रबंधन, अग्नि सुरक्षा, डूबने से बचाव और ठंड से सुरक्षा पर खास ध्यान
Ranchi : छठ पूजा के मौके पर जिला प्रशासन, रांची ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए पर्व मनाएं. प्रशासन ने कहा है कि एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है.
एनडीएमए ने दीपावली, छठ पूजा जैसे त्योहारों में भीड़, आग लगने की घटनाओं, डूबने और ठंड से जुड़ी दुर्घटनाओं से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं. प्रशासन ने इनका पालन करने की अपील की है ताकि सभी लोग सुरक्षित रह सकें.
भीड़ प्रबंधन और भगदड़ से बचाव
- पूजा स्थल, घाट और बाजार में भीड़ नियंत्रित रखने के लिए पहले से योजना बनाएं.
- आने-जाने के रास्ते साफ रखें और वैकल्पिक मार्ग तय करें.
- सीसीटीवी और पुलिस निगरानी बढ़ाई जाए.
- बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलग जगह निर्धारित करें.
- किसी भी स्थिति में धक्का-मुक्की न करें और शराब का सेवन न करें.
अग्नि सुरक्षा और आतिशबाजी के नियम
- केवल प्रमाणित पटाखे खुले मैदान में जलाएं, घरों और गाड़ियों से कम से कम 50 मीटर दूर.
- पास में पानी की बाल्टी या रेत रखें.
- बच्चों को पटाखों से दूर रखें और सूती कपड़े पहनाएं.
- पटाखे फोड़ने के बाद जले हुए अवशेषों को तुरंत पानी में डालें.
- बंद कमरे या शराब पीकर पटाखे न जलाएं.
डूबने से बचाव के उपाय
- पूजा या स्नान के दौरान लाइफ जैकेट पहनें, खासकर बच्चे और बुजुर्ग.
- लाइफ गार्ड और बचाव टीम घाटों पर मौजूद रहें.
- गहरे पानी या तेज बहाव में न उतरें.
- अंधेरे में या बारिश के बाद घाट पर न जाएं.
ठंड से सुरक्षा और आग से बचाव
- हीटर या अंगीठी को ज्वलनशील चीजों से कम से कम 1 मीटर दूर रखें.
- कमरों में हवा का रास्ता खुला रखें, ताकि कार्बन मोनोऑक्साइड गैस न फैले.
- बुजुर्गों, बच्चों और बेघरों को गर्म कपड़े और आश्रय उपलब्ध कराएं.
- सोते समय हीटर या अंगीठी चालू न रखें.

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