कच्चे माल महंगे होने से कंपनियों की लागत 20-30 फीसदी बढ़ी
बता दें कि कच्चे माल महंगे होने से एफएमसीजी कंपनियों की लागत 20 से 30 फीसदी बढ़ गयी है. कंपनियां प्रोडक्ट्स के पैकेट्स को छोटा करके और एमआरपी बढ़ाकर लागत के बोझ को आमजनता पर डाल रही है. जिन एफएमसीजी कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट्स के पैकेट के साइज छोटे किये हैं. उनमें पारले, ब्रिटानिया, हल्दीराम, और एचयूएल शामिल हैं. पारले का बिस्कुट और ब्रिटानिया का मिल्क रस्क का पैकेट छोटा हुआ है. वहीं हल्दीराम का नमकीन और HUL का Lifebuoy साबुन का भी पैकेट छोटा हुआ है. इसे भी पढ़े : रांची:">https://lagatar.in/ranchi-handiwork-of-kanke-pds-dealer-no-allocation-for-month-march-yet-grain-distributed-to-134-beneficiaries-on-paper/">रांची:कांके PDS डीलर की करतूत, मार्च माह का आवंटन नहीं, फिर भी कागज पर 134 लाभुकों को बांटा अनाज
लगातार बढ़ रही महंगाई ने बढ़ाया आम-जनता पर बोझ
लगातार बढ़ रही कीमत ने आम जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ा दिया है. जिसके कारण लोग अपने खर्च में कटौती कर रहे हैं. कंज्यूमर्स बड़े पैकेट्स खरीदने की जगह छोटे पैकेट खरीद रहे हैं. इसलिए कंपनियों ने अपनी रणनीति में बदलाव करके अपने प्रोडक्ट्स के पैकेट साइज को घटा दिया है. इसे भी पढ़े : दुमका">https://lagatar.in/107-illegal-buses-running-in-dumka-will-be-seized-years-have-not-paid-road-tax/">दुमकामें चल रहीं 107 अवैध बसें होंगी सीज, वर्षों ने नहीं किया रोड टैक्स का भुगतान
पिछले छह महीने HUL लगातार बढ़ा रही है प्रोडक्ट्स के दाम
बता दें कि एफएमसीजी कंपनी HUL पिछले 6 महीने से लगातार अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ा रही है. कंपनी ने सर्फ-साबुन के दाम में 2 से 17 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. वहीं बीते छह महीने में एचयूएल ने अपने प्रोडक्ट्स के दाम में 25-30 फीसदी तक का इजाफा किया है. इसे भी पढ़े : सीएस">https://lagatar.in/speakers-instructions-to-cs-and-cabinet-secretariat-ensure-that-the-officers-give-respect-to-the-mlas/">सीएसऔर मंत्रिमंडल सचिवालय को स्पीकर का निर्देश, सुनिश्चित करें, विधायकों को सम्मान दें अधिकारी [wpdiscuz-feedback id="5mbl4nh8fz" question="Please leave a feedback on this" opened="1"][/wpdiscuz-feedback]

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