Arun Kumar Garhwa : कभी नक्सलियों का गढ़ रहे बूढा पहाड़ पर सीआरपीएफ की टीम ने शनिवार को स्कूली बच्चों के बीच शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया. सीआरपीएफ की टीम ने सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत शैक्षणिक सामग्री एवं खेती करने के लिए ग्रामीणों के बीच टमाटर, मिर्च, बैगन और अरहर की बीज का वितरण किया. साथ बारिश से बचने के लिए ग्रामीणों को प्लास्टिक भी दिए. आम जनता और पुलिस के बीच कैसे समन्वय कायम रहे, इस दिशा में लगातार काम कर रही है. वही बच्चों में पहली बार शैक्षणिक सामग्री पाने के बाद अलग ही खुशियां झलक रही थी. मौके पर सीआरपीएफ कैंप के प्रभारी सह सहायक कमांडेंट प्रकाश ने बताया कि आज सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत पूरी टीम के साथ बच्चों के बीच स्कूली सामग्री का वितरण किया गया है. पुलिस का उद्देश्य है कि ग्रामीण पुलिस से डरे नहीं, अपनी समस्या खुलकर उनके सामने रखें. पुलिस ततपरता से उनकी मदद करेगी. पुलिस उनकी सेवा में हमेशा तत्पर है.
इसे भी पढ़ें : रिम्स">https://lagatar.in/h3n2-test-kit-reached-rims-200-samples-can-be-tested/">रिम्स
पहुंची एच3एन2 जांच किट, 200 सैंपलों की हो सकेगी जांच बता दें कि यही वह बूढा पहाड़ है, जहां कभी नक्सलियों का अपना अलग ही शासन चलता था. ग्रामीण नक्सलियों के डर के साये में जीने को विवश थे. न तो यहां शिक्षा की कोई मुकम्मल व्यवस्था थी और न ही कोई बुनियादी सुविधा. ग्रामीण अभाव में जीवन गुजारने को विवश थे. अब पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करा लिया है. यहां सरकार ने विकास योजनाओं को भी लॉन्च कर दिया है. सरकार ने बूढ़ा पहाड़ पर करोड़ों की योजनाओं से डेवलपमेंट कार्य शुरू कर दिया है. सीआरपीएफ लगातार ग्रामीणों से संवाद कर उनके साथ बेहतर संबंध बनाने में जुटी है.

https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/03/18rc_m_299_18032023_1-275x300.jpg"
alt="" width="275" height="300" />

https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/03/18rc_m_298_18032023_1-225x300.jpg"
alt="" width="225" height="300" />
इसे भी पढ़ें : हजारीबाग">https://lagatar.in/in-hazaribagh-the-talks-between-the-youth-and-the-administration-on-hunger-strike-failed-officials-returned-empty-handed/">हजारीबाग
में रामनवमी को लेकर अनशन पर बैठे युवकों और प्रशासन की वार्ता विफल, बैरंग लौटे पदाधिकारी [wpse_comments_template]