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23, 2020
डीडीसी चुनाव : 74 सीटें जीत कर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी, रविशंकर बोले, घाटी में कमल खिल गया
सरकार इस कानून को वापस ले
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि किसान कानून में किसी तरह का संशोधन नहीं चाहते हैं बल्कि वह चाहते हैं कि सरकार इस कानून को वापस ले. किसान नेताओं ने यह भी कहा कि राजस्थान और गुजरात से किसान आंदोलन में शामिल होने पहुंच चुके हैं. महाराष्ट्र से भी किसान चल चुके हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार कक्का, स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव भी मौजूद थे. शिव कुमार कक्का ने कहा कि हम सरकार से आग्रह करते हैं कि ऐसा माहौल तैयार किया जाये ताकि बातचीत कर कोई रास्ता निकले. इसे भी पढ़ें : किसान">https://lagatar.in/special-on-farmers-day-even-though-the-government-is-running-many-welfare-schemes-in-the-interest-of-farmers-the-annadata-are-worried/11872/">किसानदिवस पर विशेष : सरकार भले ही किसानों के हित में कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है फिर भी परेशान हैं अन्नदाता
सरकार द्वारा भेजा गया पत्र गोलमोल है
योगेंद्र यादव ने कहा, सरकार लगातार तथाकथित किसान नेताओं और संगठनों के साथ बातचीत कर रही है, जो हमारे आंदोलन से बिल्कुल भी जुड़े नहीं हैं. सरकार द्वारा भेजा गया पत्र गोलमोल है, जिसमें कि बातें तोड़-मरोड़कर लिखी गयी हैं. यादव ने कहा कि सरकार इस पत्र की जगह साफ-साफ नया प्रस्ताव भेजे जिस पर बातचीत की जा सके. कहा कि हमारे आंदोलन को तोड़ने का एक प्रयास किया जा रहा है. सिंघु बॉर्डर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगेंद्र यादव ने कहा, `हम सरकार से आग्रह करते हैं कि निरर्थक संशोधनों का ना दोहराया जाये, जिनको हम खारिज कर चुके हैं. सरकार लिखित रूप से एक ठोस प्रस्ताव पेश करे, जिससे बातचीत की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जा सके. इसे भी पढ़ें : Kolkata">https://lagatar.in/kolkata-wednesday-also-not-remained-untouched-clash-between-supporters-of-shubhendu-adhikari-and-tmc-activists-many-injured/11909/">Kolkata: बुधवार भी अछूता नहीं रहा, भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी के समर्थकों और टीएमसी कार्यकर्ताओं में भिड़ंत, कई घायल