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छत्तीसगढ़ के कौड़ीकसा गांव के हैं सभी प्रवासी
तालाब में सोने की खोज में जुटे लोगों से बात करने पर मालूम चला कि यह सभी प्रवासी हैं. छत्तीसगढ़ के रायपुर से करीब 140 किलोमीटर दूर कौड़ीकसा गांव के रहने वाले हैं. सोने की खोज करना इनका पुश्तैनी पेशा है और इनके पुरखे भी यही काम करके जीविकोपार्जन करते थे. इसे भी पढ़ें - इकोनॉमिक">https://lagatar.in/economic-survey-gdp-will-grow-at-the-rate-of-9-2-percent-in-the-current-financial-year-forecasting-8-8-point-5-percent-growth-rate-in-2022-23/">इकोनॉमिकसर्वे : चालू वित्त वर्ष में 9.2 फीसदी की दर से ग्रो करेगी जीडीपी , 2022-23 में 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान
30 साल से रांची में रह रहा है प्रवासी परिवार
सोने की तलाश में जुटा संतु ने कहा कि रांची में पिछले 30 सालों से रह रहे हैं. शहर के बड़ा तालाब, हरमू मुक्तिधाम, अपर बाजार का सोनार गली समेत कई तालाबों में सोना, चांदी और पैसे की खोज में दिन भर मेहनत करते हैं. कौड़ीकसा गांव के रहने वाले लोगों का यही मुख्य पेशा है. इसे भी पढ़ें - मोरहाबादी">https://lagatar.in/morhabadi-shopkeepers-association-started-camping-campaign-leaving-home-and-took-to-the-road-with-family/">मोरहाबादीदुकानदार संघ ने डेरा डालो अभियान किया शुरू, घर छोड़ परिवार संग सड़क पर उतरे
खेती के सीजन में अपने गांव लौट जाते हैं सभी लोग
वही बड़ा तालाब में सोने की खोज में जुटे जयो, ग्रिजेश समेत अन्य लोगों ने कहा कि खेती के समय अपने गांव लौट जाते हैं और दुर्गा पूजा से पहले फिर रांची आ जाते हैं. सोने की खोज में इनका महत्वपूर्ण हथियार होता है लकड़ी की कड़ाही और कौड़ी है. जिससे पानी के अंदर के मिट्टी की खुदाई करते हैं. इसे भी पढ़ें - मनरेगा">https://lagatar.in/machine-work-was-being-done-in-mnrega-after-the-death-of-two-children-the-secret-was-open-fir-was-registered-against-5-people/">मनरेगामें मशीन से हो रहा था काम, दो बच्चों की मौत के बाद खुला राज, 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज
कभी मिलता है सोना, तो कभी मिलता है चांदी, कभी लौटना भी पड़ता है निराश
बड़ा तालाब में सोने की खोज में जुटे सूरज ने कहा कि कभी सोना मिलता है, तो कभी चांदी. कभी लोहे के सामान और कुछ सिक्के भी मिल जाते हैं. दिन भर की मेहनत बाद 200 से 300 रुपए तालाब के पानी से आमदनी हो जाती है. जिससे परिवार का भरण-पोषण हो जाता है. इसे भी पढ़ें - चाकुलिया">https://lagatar.in/cleanliness-survey-campaign-2022-started-in-chakulia-three-community-toilets-built-at-a-cost-of-65-10-lakhs-useless/">चाकुलियामें स्वच्छता सर्वे अभियान 2022 शुरू, 65.10 लाख की लागत से बने तीन सामुदायिक शौचालय बेकार

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