Lagatar Desk : पूरे देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से कोहराम मचा है. इस बीच सरकार ने कहा है कि अनावश्यक अफरातफरी से फायदा होने के बजाय नुकसान हो रहा है. लोगों की आशंकाओं को दूर करने का प्रयास करते हुए सरकार ने टीकाकरण और कोविड-19 से बचाव के लिए उपयुक्त व्यवहार अपनाने पर जोर दिया है. सरकार की सलाह है कि यह समय ऐसा है कि लोगों को अपने घर के भीतर भी मास्क पहनना चाहिए. टीकाकरण अभियान की गति को तेज करने की पैरवी करते हुए सरकार ने कहा है कि महिलाएं माहवारी के समय टीके की खुराक ले सकती हैं.
डर से अस्पतालों में भर्ती हो रहे कई लोग
सरकार की ओर से सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में कहा गया कि डर से कई लोग अस्पतालों में भर्ती हो जा रहे हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों की सलाह पर ही भर्ती होना चाहिए. सरकार ने कहा है कि भारत में पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकीय ऑक्सीजन उपलब्ध है. हालांकि उन्होंने माना कि इसे अस्पतालों तक पहुंचाना एक चुनौती है. सरकार ने अस्पतालों से कहा है कि वे तर्कसंगत तरीके से ऑक्सीजन का इस्तेमाल करें. डॉक्टरों को मरीजों के लिए रेमडेसिविर और टोसिलिजुमाब जैसी दवा भी तार्किक तरीके से लिखने पर जोर दिया गया है.
एक आदमी 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है
सरकार ने कहा है कि यदि कोई व्यक्ति सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं करता, तो वह एक महीने में अन्य 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है. अगर संक्रमित व्यक्ति की गतिविधि 50 प्रतिशत तक रुक जाये, तो इस अवधि में मात्र 15 लोग ही संक्रमित होंगे. वहीं 75 प्रतिशत तक गतिविधि घटने पर एक संक्रमित व्यक्ति 30 दिनों में मात्र 2.5 लोगों को ही संक्रमित कर सकता है.
सरकार ने कहा कि अब समय है कि लोगों को घरों के अंदर भी मास्क पहनना चाहिए. अग्रवाल ने कहा कि देश भर में अब तक लोगों को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की 14.19 करोड़ खुराकें दी गयी हैं. 45 साल से ज्यादा उम्र के 9.79 करोड़ लोगों ने पहली खुराक ली है. 1.03 करोड़ लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है.