Godda: गोड्डा के नाहर चौकी स्थित सुदर्शन नर्सिंग होम हॉस्पिटल का लाइसेंस 6 महीना पहले रद्द कर दिया गया है. लेकिन इसका संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा था. मामले का खुलासा तब हुआ जब निजी अस्पताल में आग लगने की घटना सामने आई. अस्पताल में लंबे समय से मरीजों से ऑपरेशन के नाम पर बेवकूफ बनाया जा रहा था. पिछले महीने ही पोड़ैयाहाट प्रखंड से एक आदिवासी महिला को बेहतर इलाज मिलने के नाम पर सुदर्शन अस्पताल में भेजा गया. लेकिन यहां महिला का इलाज सही ढंग से नहीं हो पाया. इलाज के नाम पर महिला से 80 हाजार रुपये भी ले लिए गये.
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इधर अस्पताल के नाम से एक आवेदन पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव को दिया गया. जिसके बाद विधायक ने अस्पताल के संबंध में सिविल सर्जन को एक शिकायती पत्र लिखा. विधायक का कहना है कि इस संबंध में पहले भी कई शिकायतें मिली हैं. मामले की जानकारी पिछले महीने ही सिविल सर्जन को दे दी गई थी. और सिविल सर्जन ने कार्रवाई करते हुए सुदर्शन नर्सिंग होम अस्पताल का लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया था. बताया जा रहा है कि जिस आदिवासी महिला का ऑपरेशन सुदर्शन नर्सिंग होम में किया गया था. उस महिला का इलाज रांची के रिम्स में चल रहा है. इस मामले की जानकारी तब हुई जब नहर चौक स्थित एक निजी सनराइज अस्पताल में आग लगी.
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इधर सिविल सर्जन एसपी मिश्रा ने कहा है जब शहर में ऐसी घटना घटी है एक बार फिर सभी प्राइवेट अस्पताल सब की जांच कर के उसके लाइसेंस पर पुनर्विचार किया जाएगा. सुदर्शन नर्सिंग होम हॉस्पिटल के मामले में सिविल सर्जन ने कहा है अस्पताल बहुत पहले बंद कर दिया गया है.
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