Ranchi: प्लाजा होल और एचपी रोड स्थित द यूनियन क्लब एवं लाइब्रेरी के स्वेतांग सेन ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया. क्योंकि आज के दिन ही 12 बजे सुभाष चंद्र बोस का जन्म हुआ था. इसके साथ ही लाइब्रेरी के 160 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बंगाली समुदाय द्वारा साढ़े आठ फीट की एक प्रतिमा भी स्थापित की गई.इससे पहले संत अन्ना स्कूल की छात्राओं ने बैंड की प्रस्तुति दी. इसके साथ ही बंगाली समुदाय की महिलाओं ने शंख बजाकर आयोजन को और भी गरिमामयी बना दिया.
युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं नेताजी
भारत की आजादी के पहले और बाद में सुभाष चंद्र बोस का युवाओं से गहरा जुड़ाव रहा है. उन्होंने देश को एक नई पहचान दिलाई और आजादी के लिए अंग्रेज़ों से संघर्ष किया. उनका प्रसिद्ध नारा, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा, भारतीय समाज में एक मील का पत्थर साबित हुआ था. यह क्रांतिकारी नारा देशवासियों के मनोबल को ऊंचा करने में सहायक बना.
आजाद हिंद फौज का गठन
अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए 24 जुलाई 1942 को नेताजी ने आजाद हिंद फौज का गठन किया, जो देश की आज़ादी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ.