Ranchi : झारखंड विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू होने वाला है. इस बार सदन में बदला सा नजारा दिखेगा. चंपाई सोरेन विपक्ष की आवाज बुलंद करते दिखेंगे. खास बात यह रहेगी कि इस बार मनोनीत सदस्य सदन में नहीं दिखेंगे. राज्य गठन के बाद पहली बार सदन में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व समाप्त कर दिया गया है. पिछली बार मनोनीत सदस्य के रूप में ग्लेन जोसेफ गालस्टीन एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. अब सदन में सिर्फ चुने हुए विधायक ही जनता की समस्याओं को रखेंगे.
सदन में 20 नये चेहरे भी रखेंगे जनता की बात
इस बार सदन में 12 महिला सदस्य प्रतिनिधित्व करती नजर आयेंगी. वहीं सदन में कुल 20 नये चेहरे देखने को मिलेंगे. इस बार कोई भी निर्दलीय विधायक नहीं दिखेगा. सत्ता पक्ष की ओर 56 और विपक्ष की ओर से 25 विधायक आमने-सामने होंगे. सबकी नजर जेएलकेएम सुप्रीमो जयराम महतो पर भी होगी. वहीं कई सीनियर और फायर ब्रांड लीडर सदन में नजर नहीं आयेंगे. इस बार आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, भानू प्रताप शाही, अमर बाउरी, रंधीर सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, लोबिन हेंब्रम, बन्ना गुप्ता, बिरंची नारायण, अनंत ओझा, मिथिलेश ठाकुर, विनोद कुमार सिंह जैसे कद्दावर नेता चुनाव हार गये गये हैं.
सत्ता पक्ष और विपक्ष होंगे आमने-सामने
सदन में इस बार विपक्ष घुसपैठ, जेएसएससी सीजीएल, मंईयां सम्मान योजना, कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगा. वहीं सत्ता पक्ष भी इसका माकूल जवाब देगा. बताते चलें कि विशेष सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायी जायेगी. 10 दिसंबर को स्पीकर का चयन किया जायेगा. 11 दिसंबर को दिन के साढ़े 11 बजे राज्यपाल का अभिभाषण होगा. इसके बाद वित्तीय वर्ष 2024-25 का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जायेगा. 12 दिसंबर राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव, वाद-विवाद सरकार का उत्तर और विश्वास मत हासिल करने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.