Ranchi : राज्य में हेमंत सरकार के बने लगभग डेढ़ साल हो चुके हैं, मगर अबतक महिला आयोग के अध्यक्ष का पद और आयोग की सदस्य के सभी पद खाली पड़े हुए हैं. आयोग में किसी मामले की सुनवाई नहीं हो रही है. इस कारण पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलने में देरी हो रही है. 2017 में कल्याणी शरण का कार्यकाल खत्म होने के बाद अबतक महिला आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों के पद रिक्त हैं. जून 2020 से लेकर अबतक कुल 800 मामले दर्ज कराए गए हैं.
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आयोग में मामलों को सुनने वाला कोई नहीं
- 6 जून 2020 से लेकर अबतक कुल 800 मामले दर्ज कराए गए, जिसके पहले कुल 2374 मामले
- पूर्व अध्यक्ष कल्याणी शरण के कार्यकाल में आयोग में दर्ज मामले-2534 आयोग में दर्ज कुल मामले-4795
- निष्पादित मामले-2421
- लंबित मामले – 2374, जिनमें से ज्यादातर मामले घरेलू हिंसा के थे. इनपर अबतक कोई सुनवाई नहीं हो पायी है
एक साल से नहीं मिला है कर्मचारियों को वेतन
महिला आयोग के अध्यक्ष का पद रिक्त होने के कारण कर्मचारियों को एक साल से वेतन भी नहीं मिला है. जबकि अभी आयोग सिर्फ कर्मचारियों के भरोसे चल रहा है. फिलहाल आयोग में कुल 14 कर्मचारी कार्यरत हैं. होमगार्ड में नियुक्त कर्मचारी ने बताया कि 6 जून 2020 से किसी भी कर्मचारी को वेतन नहीं मिला है.
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पूर्व अध्यक्ष महुआ माजी ने कहा- इस पर जल्द निर्णय लिया जाएगा
इसपर महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता महुआ माजी से लगातार.इन के संवाददाता ने बात की. महुआ माजी ने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर काफी गंभीर है और जल्द इसपर निर्णय लिया जाएगा. गौरतलब है कि कई आयोग में कई विभागों में कई पद फिलहाल खाली हैं. कोरोना की वजह से कई काम लंबित हैं, जिन्हे जल्द पूरा किया जाएगा.
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