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पीएम को शिक्षा-विकास की बात करनी चाहिए न कि कट्टा व अपहरण की : प्रियंका गांधी

Katihar : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को बिहार के कटिहार में आयोजित चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया. कहा कि आज कांग्रेस वही संघर्ष कर रही है, जो महात्मा गांधी ने कभी अन्याय और विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ लड़ा था. ये बिहार की धरती है जहां एक समय कुछ किसानों ने अंग्रेजी साम्राज्य के खिलाफ बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी थी. 

 

इन किसानों ने इतनी कड़ी लड़ाई लड़ी, इतनी बहादुरी दिखाई कि उनकी आवाज महात्मा गांधी तक पहुंची, उन्होंने बिहार आकर एक ऐसा सत्याग्रह शुरू किया जो पूरी दुनिया में अनोखा था. आज जो लड़ाई कांग्रेस पार्टी और महागठबंधन लड़ रहा है, वही लड़ाई गांधी जी ने उस समय लड़ी थी. आज भी हम आपके हक के लिए, सच्चाई के लिए, एक साम्राज्य के खिलाफ लड़ रहे हैं, वह है नरेंद्र मोदी का साम्राज्य. 

 

मंच पर पहुंचते ही उन्होंने जनता से कहा कि चुनावी मौसम में बटुए खुले हुए हैं, लेकिन वादों की उम्र हमेशा छोटी होती है. 10 हजार रुपए देना अचानक से प्यार नहीं, चुनावी चाल है. उन्होंने महिलाओं की दिनभर की थकान और अदृश्य मेहनत का उदाहरण देकर समझाया कि सम्मान और हक सिर्फ पैसे से नहीं मिलता.

 

प्रियंका बोलीं कि पुरुष कई बार महिलाओं की जिंदगी की असल मुश्किलें नहीं समझ पाते. वो काम से लौटकर आराम करते हैं, औरत खाना बनाती है, बच्चों की तैयारी करती है, सबको सुलाती है, आखिर में खुद खाती है. एक साड़ी देकर कोई पति अच्छे नहीं हो जाता. जैसे ही 10 हजार देकर वोट मांग रहे हैं, इनके बहकावे में मत आना.

 

प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को मंच से रोजगार, पुल, कॉलेज और विकास की बात करनी चाहिए, न कि कट्टा, दुनाली और अपहरण जैसे शब्दों की. भय दिखाकर वोट लेने की कोशिश हो रही है. 

 

धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी राज्य में मतदान प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है. मंच से उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त और वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लेकर कौन है वोट चोर के नारे भी लगवाए.


प्रियंका ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ नहीं होता, लेकिन बड़े उद्योगपतियों का अरबों-खरबों का कर्ज एक झटके में माफ हो जाता है. अंबानी-अडाणी को तो सब दिया जा रहा है, लेकिन गरीब पर बोझ बढ़ता जा रहा है.

 

उन्होंने कहा कि जनता बदलाव चाहती है और यह बहुत स्पष्ट है. जनता ऊब चुकी है, थक चुकी है और इस बार ध्यान भटकाने वाली बातें नहीं चल रही हैं. जनता सभी नेताओं और पार्टियों को कह रही है कि हमारी बात करो, हमारे विकास की बात करो, हमारे भविष्य की बात करो.

 

उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में लगे सरकारी कारखानों को तबाह कर दिया गया है. पहले सरकारी नौकरी की चाह होती थी, अब ठेकेदारी का जाल फैला दिया गया है. मोदी जी ने देश के उद्योग अपने दो दोस्तों को सौंप दिए हैं.

 

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