की मनमानी के कारण भाजपा ने किया सदन से वॉकआउटः बाबूलाल मरांडी
सरकार बहालियों में तेजी लाएं: प्रदीप
विधायक प्रदीप यादव ने बजट भाषण के पक्ष में बोलते हुए कहा कि सरकार बहालियों में तेजी लाए. यह कल्याण कारी बजट है. यह बजट दूसरे वर्षों में पेश किए गए बजट से अलग है. केंद्र सरकार राज्य को सहयोग नहीं करना चाहती है. जब एक लाख 36 हजार करोड़ की बात होती है तो ढाल बनकर खड़े हो जाते हैं. झारखंड में चार साल में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है. हम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं. गैर योजना और योजना मद का अनुपात भी बेहतर हुआ है. मंईयां योजना आर्थिक विषमता को दूर करेगा. अनुसूचित जाति सलाहकार समिति का गठन सराहनीय है. लेकिन इस कमेटी को अधिकार भी मिलना चाहिए.बजट का आकार वास्तविक होना चाहिएः सरयू
विधायक सरयू राय ने कहा कि बजट का आकार वास्तविक होना चाहिए. पहले के बजट में जो घोषणाएं हुई हैं, उस पर भी ध्यान देने की जरूरत है. दिल्ली के झारखंड भवन में अच्छे अफसरों को पोस्टिग हो, जो केंद्र के साथ मिलकर पैसा लाने का काम करे.आज इस बजट में युवा हार गया हैः जयराम
जयराम महतो ने कहा कि बजट का 9.5 फीसदी राशि मंईयां सम्मान का है. लेकिन युवाओं के लिए कुछ नहीं है. आज इस बजट में युवा हार गया. रोजगार से संबंधित कोई प्रावधान नहीं है. मंईयां की जीत हुई है. बजट के लिए कार्यपालिका और विधायिका को अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करना होगा. किसानों के लिए पानी की व्यवस्था होनी चाहिए. प्रवासी मजदूरों के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है. जनर्दन पासवान ने कहा कि बजट में कुछ नया नहीं दिखाई दे रहा है. राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. हर ब्लॉक और अंचल में बिना पैसे का काम नहीं होता. निर्मल महतो ने कहा कि बजट निराशाजनक है. रामगढ़ जिला में ध्यान नहीं दिया गया है. युवाओं को ठगा गया है. हजारीबाग और रामगढ़ से मिलने वाली रॉयल्टी से इन दोनों जिलों में सड़क बननी चाहिए.बेहतरीन और संतुलित बजटः राजेश कच्छप
राजेश कच्छप ने कहा कि बेहतरीन और संतुलित बजट है. यह बजट राज्य को गढ़ने और चलाने का दिशा तय करेगा. भाजपा वनांचल देना चाह रहा था, हम झारखंड देना चाह रहे थे. टूरिज्म पर फोकस होने से रोजगार बढ़ेगा. जगत मांझी ने कहा कि सर्वांगीण विकास का बजट है. इसे भी पढ़ें -“नौकरी">https://lagatar.in/the-family-members-of-the-deceased-workers-started-an-indefinite-hunger-strike-outside-ranchi-municipal-corporation/">“नौकरीदो या जान ले लो” – रांची नगर निगम के बाहर मृत कर्मियों के परिजनों का अनिश्चितकालीन अनशन शुरू
Leave a Comment