Saraikela : सरायकेला शहर के रूद्र प्रताप कॉलोनी में 18 वर्षीय युवक संदीप महतो ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक इंटर का छात्र था और गम्हरिया जेवियर स्कूल में पढ़ता था. घटना देर रात्रि की है. विडंबना यह है कि उसकी मां ने जिस बेटे की लंबी आयु के लिए जिउतिया व्रत रखा उसने व्रत के दिन ही उससे उसके जीने का सहारा छीन लिया.
बड़े भाई की मौत 2015 में, पिता की मौत ढाई साल पहले हो गई थी
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि प्रतिदिन की तरह युवक खाना खाकर अपने कमरे में सो गया. युवक रोजाना कमरे का दरवाजा खोलकर सोता था, जबकि कल दरवाजा बंद कर सोया था. भोर 3.30 बजे मृतक की मां दरवाजा बंद देखी तो खिड़की के सहारे झांकने पर वह फंदे से झूल रहा था. घटना की सूचना किरायेदारों को देकर उसे नीचे उतारा गया परन्तु उसकी मौत हो गई थी. मृतक मूल रूप से राजनगर के पाटा हेंसल गांव का रहने वाला है और यहां घर बना कर पुरा परिवार रह रहा है. बताया जाता है कि मृतक के पिता की ढाई साल पहले मौत हो चुकी है जबकि 2015 में उसके बड़े भाई की विशाखापट्टनम में ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी. मृतक संदीप घर का अकेला चिराग था. घटना की सूचना पर पहुंची सरायकेला पुलिस ने शव को अपने कब्जे में करते हुए पोस्टमार्टम के लिए ले आई है. मृतक की एक बहन जिसकी शादी सरायकेला के मानिक बाजार गांव में हुई है, घटना की सूचना पर वह अपने मायके पहुंच गई है. बताया जाता है कि मृतक संदीप घर का एकमात्र मां का सहारा था उसके मौत से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. सुसाइड नोट में पिता की मौत से आहत होने की बात लिखी
पुलिस को संदीप महतो के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने अपने पिता की मौत से आहत होने की बात लिखी है. संदीप ने लिखा है कि उसके पिता चले गये, उनकी बहुत याद आती है, वह उनके बिना नहीं जी सकता. संदीप अपनी मां के साथ घर पर अकेला रहता था. संदीप के इस कदम से उसकी मां बेसुध हो गई है, वह बार-बार बेहोश हो जा रही है. [wpse_comments_template]
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