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एमजीएम अस्पताल में महिला का इलाज नहीं करने की शिकायत मिलने पर खुद देखने पहुंचे अधीक्षक

Jamshedpur : एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार ने चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों से अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने व मरीजों के इलाज में अपना पूरा एफर्ट लगाने की अपील की. जिससे मरीज एवं उनके परिजनों में चिकित्सकों के प्रति विश्वास बढ़े. यह बातें उन्होंने गदड़ा की एक महिला का समय पर इलाज नहीं किए जाने के दौरान कही. उक्त महिला को सांस लेने में तकलीफ होने के कारण अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. लेकिन जब से महिला भर्ती है उसकी उचित देखभाल नहीं हुई. इसकी जानकारी जब सामाजिक सेवा संघ ने अधीक्षक को दी, तो वे स्वयं उक्त महिला को देखने के लिए इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. अधीक्षक के वहां जाने के बाद अन्य चिकित्सक पहुंचे और महिला की चिकित्सा शुरू हुई. अधीक्षक ने चिकित्सकों से मरीजों के प्रति आत्मीयता दिखाने को कहा. उन्होंने कहा कि जब लगे की मरीज की स्थिति दयनीय है और उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर में स्थानांतरित किया जाना चाहिए तो उसे रेफर करें.

सांस लेने में तकलीफ होने पर महिला को कराया भर्ती

मालती रानी दास नामक महिला को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में यह बात स्पष्ट हुई कि उसके फेफड़े में पानी जमा है, जिसके चलते उसे तकलीफ है. इलाज कर रहे डॉ. विक्रम मुर्मू ने अधीक्षक को इलाज से अवगत कराया और कहा कि महिला की स्थिति पहले से काफी बेहतर है. अधीक्षक ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि किसी भी मरीज के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा. कोताही बरतने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी. प्रतिनिधिमंडल में राजेश सामंत, भूपति सरदार, छोटे सरदार, सुधाकर लोहरा, सोनू श्रीवास्तव, मंगल शर्मा, राजकुमार महतो आदि शामिल थे. [wpse_comments_template]

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