Dhanbad: सोमवार को राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के त्रिपाठी गुट ने निजीकरण पर केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की. राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने परिसदन में इस मामले पर कहा कि कोलियरियों में आउटसोर्सिंग और निजीकरण की नीति ठीक नहीं है. कहा कि कुछ व्यवसायियों को खुश करने के लिए केंद्र सरकार बीसीसीएल, सीसीएल और ईसीएल कोलियरियों को आउटसोर्सिंग कंपनी के हवाले कर दिया. अब वे मनमाने तरीके से काम करेंगे.
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कोलकर्मी होंगे प्रभावित
कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनियों के संचालन के लिए लिए कोई नियम स्पष्ट नहीं है. इसका असर कोलकर्मियों पर पड़ेगा. पहले कोल इंडिया के अधीन कोयला खनन का काम होता था. कर्मी सरकारी हुआ करते थे. वहीं अब आउटसोर्सिंग कंपनियों की मनमर्जी और गुंडागर्दी चलेगी.
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कतरास का किया दौरा
इन मामले को लेकर लोग इंटक के बैनर तले कतरास और निरसा की कॉलोनियों का दौरा कर रहे हैं. इसमें उन्हें मजदूरों का समर्थन मिल रहा है. मजदूर भी उत्साहित हैं. लोगों की मांग है कि कोलियरियों के निजीकरण पर रोक लगायी जाय. पिछले 70 सालों से कांग्रेस द्वारा जिस नीति के तहत काम हो रहा था उसे जारी रखा जाए. ताकि मजदूरों का शोषण बंद हो सके. इससे मजदूर और कोल कंपनी दोनों को फायदा होगा.
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