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मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल का चक्कर काटने को मजबूर पीड़िता
पीड़िता की मां ने बताया कि जांच के नाम पर रातू थाना की पुलिस बच्ची के साथ मुझे सदर अस्पताल लेकर आई. जहां मंगलवार की शाम 4 बजे डॉक्टर ने बच्ची का जांच किया. उसी दिन रात 10:00 बजे फिर एक बार फिर रातू थाने की पुलिस के साथ सदर अस्पताल बुलाया गया. जहां एक अन्य चिकित्सक ने बच्ची का जांच किया और उससे कई सवाल पूछे. आज फिर डॉक्टरों ने 11:00 बजे का समय दिया था. तय समय पर पहुंचने के बाद भी एक विभाग से दूसरे विभाग में बच्ची को दौड़ाया जा रहा है. हर बार अलग-अलग चिकित्सक बच्ची का जांच कर रहे हैं जिससे बच्ची की मनोस्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. बच्ची काफी डरी-सहमी हुई है. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/union-energy-ministry-deducted-714-crores-from-rbi-account-of-government-of-jharkhand/17488/">झारखंडसरकार के RBI खाते से केंद्रीय उर्जा मंत्रालय ने काटे 714 करोड़ [caption id="attachment_17512" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> डॉ विजय बिहारी प्रसाद, सिविल सर्जन, रांची[/caption]
उपाधीक्षक से लूंगा मामले की जानकारी-सिविल सर्जन
रांची के सिविल सर्जन डॉ विजय बिहारी प्रसाद से जब लगातार.इन के संवाददाता ने दुष्कर्म पीड़िता के मेडिकल जांच के लिए अस्पताल का चक्कर काटने के मामले पर सवाल किया. तब सिविल सर्जन ने कहा कि इस पूरे विषय की जानकारी अस्पताल के उपाधीक्षक से लूंगा. उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में कई महत्वपूर्ण जांच कराने होते हैं. इसलिए पीड़िता को अस्पताल बुलाया गया होगा. हालांकि इसकी पूरी विस्तृत जानकारी जांच करने वाले चिकित्सक ही दे सकते हैं. इसे भी पढ़ें -दल">https://lagatar.in/party-change-case-babulal-asks-for-time-to-file-reply-on-assembly-counter-tomorrow-to-be-heard-again/17438/">दलबदल मामला : बाबूलाल ने विधानसभा के काउंटर पर जवाब दाखिल करने का मांगा समय, कल फिर होगी सुनवाई