विभागीय लापरवाही
- कक्षा 8 में पढ़ रहे जमशेदपुर जिले के 17214 छात्रों को दी जानी हैं साइकिलें
- प्रखंड कार्यालय परिसर में गोदाम नहीं होने के कारण खुले आसमान के नीचे रखवाए गए साइकिल के पार्ट्स
- प्रखंड कल्याण पदाधिकारी का आरोप-आपूर्तिकर्ता एजेंसी ने नहीं किया तिरपाल या कोई अन्य उपाय
- प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों ने भी अबतक नहीं भेजी स्कूलवार लाभुक छात्र-छात्राओं की सूची
Sunil Pandey
Jamsedpur : झारखंड सरकार के कल्याण विभाग की साइकिल वितरण योजना (उन्नति का पहिया) सड़कों पर दौड़ने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही है. छात्र-छात्राओं के बीच वितरण के लिए प्रखंडों में भेजी गयी साइकिलों के पार्ट्स खुले आसमान के नीचे रखे गये हैं. इससे उसमें जंग लगकर खराब होने की संभावना बढ़ गयी है. जब से साइकिल के पार्ट्स खुले आसमान में रखे गये हैं, उसके बाद से दो-चार बार बारिश भी हो चुकी है. ऐसे में कड़ी धूप और बारिश से लोहे के पार्ट्स में जंग लगना लाजिमी है. पूर्वी सिंहभूम जिले में आठवीं कक्षा में अध्ययनरत 17214 छात्रों के बीच साइकिल का वितरण किया जाना है. इसके लिए प्रखंड मुख्यालयों को कलस्टर एवं डिलीवरी प्वाइंट बनाया गया है. इस संबंध में विभाग ने एक एसओपी भी जारी की है. जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) को मुख्यालय में बड़े स्थान की व्यवस्था करने और साइकिल असेंबल करने वाले कारीगरों के आवासन जैसी सुविधा, सुरक्षा, एक सहायक एवं डाटा इंट्री ऑपरेटर की व्यवस्था करने का निर्देश है. मुख्यालय में ही कारीगरों को साइकिल असेंबल करनी होगी तथा उसे स्कूलवार छात्रों को प्रदान किया जायेगा.
जमशेदपुर प्रखंड को मिली है 2230 साइकिलें
इस योजना के लिए एजेंसी का चयन राज्य मुख्यालय स्तर पर किया गया है. कार्यकारी एजेंसी को जिले के सभी प्रखंडों में साइकिल के पार्ट्स पहुंचाने और उन्हें असेंबल करने की जिम्मेदारी दी गयी है. इसके बाद एजेंसी ने सभी जिलों में ट्रकों में भर-भरकर पार्ट्स एवं असेंबल करने वाले एक्सपर्ट्स भेज दिये हैं, लेकिन विभागीय स्तर से लेट-लतीफी के कारण साइकिलें असेंबल नहीं हो रही हैं. जमशेदपुर प्रखंड को कुल 2230 साइकिलें मिली हैं. इनमें से 1149 छात्रों और 1081 छात्राओं के बीच इसका वितरण किया जाना है.
बीईईओ ने नहीं भेजी अब तक सूची
खुले आसमान के नीचे उन्नति का पहिया रखे जाने के संबंध में जमशेदपुर प्रखंड कल्याण पदाधिकारी मनेश चंद्र गोराई ने कहा कि इतनी संख्या में आये सामान (पार्ट्स) को रखने के लिए यहां गोदाम नहीं है. इस वजह से मजबूरी में खुले आसमान के नीचे रखा गया है. पार्ट्स की डिलीवरी करने वाली एजेंसी को धूप और बारिश से बचाव के लिए तिरपाल या अन्य उपाय करने चाहिए थे. लेकिन उसने इससे पल्ला झाड़ लिया. उन्होंने कहा कि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (बीईईओ) से स्कूलवार सूची मांगी गयी है, लेकिन उनकी ओर से अभी तक सूची उपलब्ध नहीं करायी गयी है.
साइकिल वितरण की तिथि तय नहीं : बीडीओ
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी सुधा वर्मा ने कहा कि परिसर में दूसरी कोई जगह नहीं होने के कारण पार्ट्स को खुले में रखना पड़ा. जल्द ही इसका वितरण कर दिया जायेगा. हालांकि वितरण की तिथि पूछे जाने पर कहा कि अभी तिथि निर्धारित नहीं की गयी है. उन्होंने कहा कि उन्हें जिलास्तर से उक्त सामग्री मुहैया करायी गयी है.
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