Ranchi: नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने डीजीपी को लेकर फिर सवाल खड़े किए हैं. कहा है कि राज्य सरकार ने लगभग 15 जिलों के पुलिस कप्तान का तबादला तो कर दिया है, लेकिन प्रदेश के पुलिस कप्तान का कोई अता-पता नहीं है.
डीजीपी का पद पिछले एक महीने से खाली पड़ा है. यह स्थिति दर्शाती है कि सरकार जनता की सुरक्षा के साथ लापरवाही बरत रही है. सोशल मीडिया में आगे लिखा है कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार द्वारा पत्र भेजे जाने के बावजूद डीजीपी की नियुक्ति न कर संवैधानिक टकराव को बढ़ावा दे रहे हैं.
शराब घोटाले की तपिश देर-सबेर आप तक पहुंच ही सकती है
सोशल मीडिया पोस्ट में आगे लिखा है कि मुख्यमंत्री तक शराब घोटाले की तपिश देर-सबेर आप तक पहुंच ही सकती है. अब भी समय है. सही सलाह मान लीजिए. अन्यथा, जिस तरह आपके पूर्व प्रधान सचिव ने आपके लिए मुश्किलें खड़ी की हैं, उसी तरह अनुराग गुप्ता से ग़ैर क़ानूनी एवं असंवैधानिक तरीक़े से काम लेना भी आपके लिए घातक साबित हो सकता है.