कार्यक्रम में जैन मुनियों का कृषि मंत्री ने किया स्वागत
नहीं मिलती न्यूनतम मजदूरी
बेरमो के गोमिया में कुछ ऐसा ही हो रहा है. डिग्री कॉलेज का भवन निर्माण हो रहा है. इसमें पुरूष और महिला मजदूर कार्य कर रहे हैं. वे बीस किलोमीटर दूर से काम करने आते हैं. मजदूरी दर पूछा गया तो कुछ महिला मजदूरों ने काम से हटा देने के डर से कुछ नही बताया. लेकिन पुरूष मजदूरों ने साफ कहा कि यहां सभी तरह के मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी दर नही मिलती है. उन्हें आज भी महज दो सौ पचास रुपये ही मिलते हैं. मजदूर जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे हैं जबकि न्यूनतम मजदूरी भी नही मिलता है. देखें वीडियो-मुंशी ने नहीं बताया
बता दें कि राज्य सरकार अप्रशिक्षित मजदूरों की न्यूनतम दर तीन सौ एक रुपये तय की है. जबकि प्रशिक्षित मजदूरों की दर उससे ज्यादा है. लेकिन गोमिया डिग्री कॉलेज के भवन निर्माण में लगे मजदूरों को कम पैसा मिल रहा है. कार्य करा रहे मुंशी दीपक कुमार से पूछा तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार किया. इसे भी पढ़ें- CG">https://lagatar.in/vacancy-for-168-vacant-posts-in-cg-vyapam-apply-early/39966/">CGव्यापम में 168 रिक्त पदों पर वैकेंसी, जल्दी करें आवेदन
जेई को जानकारी नहीं
कनीय अभियंता अजय भेंगरा इस मामले में बताने में असमर्थ रहे. उन्होंने कहा कि देखना पड़ेगा कि क्या एस्टीमेट है और कितनी अवधि में काम को पूरा किया जाना है. वहीं गोमिया डिग्री कॉलेज के भवन निर्माण में लगे मजदूरों ने कहा कि दिन से वे काम कर रहे हैं, यदि सरकार उनकी न्यूनतम मजदूरी दिला दें तो बहुत भला होगा. इसे भी पढ़ें- उपायुक्त">https://lagatar.in/the-deputy-commissioner-handed-over-a-check-of-15-lakhs-to-the-dependents-of-the-deceased/40107/">उपायुक्तने मृतक के आश्रितों को 15-15 लाख का चेक सौंपा

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