Hazaribagh: कोर्रा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीराधा-कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डॉ ताराकांत शुक्ल, अध्यक्ष डॉ बृज कुमार विश्वकर्मा, सचिव राम बहादुर सिंह एवं सदस्य शैलेंद्र गुप्ता, महेंद्र राम व पम्मी देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
वहीं नन्हे-मुन्ने भैया बहनों ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुत देकर अतिथियों, अभिभावकों एवं आचार्य एवं भगिनी का मन मोह लिया. कक्षा अरुण से लेकर तृतीय तक के भैया-बहनों ने राधा-कृष्ण का मनमोहक रूप धारण कर तथा स्वांग रचकर सभी को अपनी ओर आकर्षित किया. इस अवसर डॉ ताराकांत शुक्ल ने कहा कि हम जानते हैं कि श्रीकृष्ण भगवान विष्णु की आठवें अवतार थे. श्रीकृष्ण बहुत बड़े उपदेशक थे. उन्होंने गीता में जो उपदेश दिया, उसे आज सारा विश्व मान रहा है. श्रीकृष्ण ने कहा है कि कर्म करो, पर फल की चिंता मत करो. विश्वास के साथ कर्म करके ही मनुष्य लक्ष्य तक पहुंच सकता है.
रूप सज्जा में शिशु वर्ग के आर्यन को प्रथम स्थान मिला
रूप सज्जा की प्रतियोगिता के शिशु वर्ग में प्रथम स्थान पर आर्यन कुमार, द्वितीय हर्ष कुमार तृतीय वृंदा कुमारी रहीं. वहीं कला प्रतियोगिता में प्रथम आर्यन वर्मा, द्वितीय पलक कुमारी और तृतीय रिया कुमारी, निबंध प्रतियोगिता में प्रथम गौरव कुमार, द्वितीय विद्या कुमारी व तृतीय सेजल भारती, भाषण प्रतियोगिता में प्रथम अमीषा रानी, द्वितीय सीमांत कुमार व तृतीय स्थान श्वेता कुमारी ने हासिल किया. मंच संचालन आचार्य सुशील सौरव और धन्यवाद ज्ञापन अमन गुप्ता ने किया. निर्णायक की भूमिका में आचार्या अल्पना सिन्हा, शिव शरण ठाकुर एवं सचिन पांडेय थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्य पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिन्हा, राहुल पांडेय, पिंटू राय, विवेक कुमार, अर्चना सिंह, बेबी कुमारी, निखत परवीन, रवींद्र कुमार, रेवतलाल प्रसाद, मौसम कुमारी एवं रविकांत पाठक का विशेष सहयोग रहा.
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