सरला बिरला विवि में एक्सपर्ट टॉक का आयोजन
Ranchi : सरला बिरला विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन ने सोमवार को एसबीवू के सभागार में एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया. भावी दुनिया में भारत, विशेष संदर्भ : मीडिया की भूमिका विषय पर यह कार्यक्रम था. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इस विषय पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि जिस तरह आज तकनीक की दुनिया निरंतर बदल रही है, ऐसे में इनोवेशन आज के दौर की महती आवश्यकता है. इसलिए इसे अवसर में तब्दील करने और प्रोत्साहित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भारत अब अपनी प्रतिभा, लगन और मेहनत के बल पर पूरी दुनिया में पहचान बनाने में सक्षम साबित हुआ है. वो दिन गये, जब भारत को संपेरों का देश कहा जाता था. यहां तक कि पश्चिम के नामी- गिरामी अखबारों में भी भारत की अति महत्त्वपूर्ण खबरें मात्र दो या तीन लाइनों में सिमटा दी जाती थीं. लेकिन आज के दौर में विकसित देशों में भारत की अलग पहचान बनी है. लोग यहां की खबरों को प्रमुखता से देखना और सुनना पसंद करते हैं. स्टार्टअप्स में हमारे देश के बच्चे लगातार आगे बढ़ रहे हैं.
तकनीक और इनोवेशन आर्थिक प्रगति का आधार
हरिवंश ने ताईवान जैसे छोटे देश का उदाहरण देते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में 61 प्रतिशत चिप यहीं से निर्यात होते हैं. यह इनोवेशन, अपने काम के प्रति ईमानदारी और तकनीक का ही चमत्कार है, जिससे ताईवान इस प्रशंसनीय स्तर तक पहुंच पाने में कामयाब हो पाया. हम भी समय का मूल्य समझें, नये विचारों के साथ तालमेल बैठाएं तभी तकनीक के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाने की स्थिति में होंगे. हरिवंश ने भारतीय पत्रकारों को भी अपनी भूमिका पर विचार करने की सलाह दी.
बीते कई वर्षों में भारत ने दुनिया में अपनी धाक जमायी
राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जहां विभिन्न बीमारियों की वैक्सीन को विकासशील और अल्प विकसित देशों में आने में दशकों का समय लगता था, वहीं भारत ने कोरोना वैक्सीन को बहुत कम समय में ही बाजार में उपलब्ध करवा कर पूरी दुनिया में अपनी धाक जमायी. आज डिजीटल इकोनॉमी के क्षेत्र में भारत की सराहना पूरे विश्व में हो रही है. विश्वविद्यालय के महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक ने कहा कि आज पूरे विश्व की निगाह भारत पर है. भारत आज प्रगति के सोपान पर निरंतर अग्रसर है. हमें सनातन वे ऑफ लाइफ पर फोकस करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से सभी को बड़े स्तर पर सीखने की कोशिश करनी चाहिए. प्रो. गोपाल पाठक ने एसबीयू के विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ हुए करारों का भी उन्होंने विस्तार से जिक्र किया.
एआई के साथ बदलती दुनिया पर शब्दों का करें सावधानीपूर्वक इस्तेमाल
विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति एस. बी. डांडीन ने विद्यार्थियों के कम्युनिकेशन पर जोड़ दिया. उन्होंने एआई के साथ बदलती दुनिया पर शब्दों का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करने की बात कही. डीन डॉ. नीलिमा पाठक ने खबरों की प्रासंगिकता के साथ जन सरोकार की राजनीति से जुड़े हरिवंश जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन के डीन अजय कुमार ने हरिवंश जी के साथ अपने पुराने अनुभवों को साझा करते हुए उनके जीवन वृत्तांत और पत्रकारिता से लेकर राजनीति तक के उनके सफर पर चर्चा की. कार्यक्रम में कुलसचिव वीके सिंह, डॉ. नंदिनी, संदीप कुमार, अरविंदा भंडारी सहित कई अन्य उपस्थित थे.