Ranchi : फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की चुनाव 26 सिंतबर को होना है. इसके साथ ही चेंबर सदस्यों ने चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है. चेंबर कार्यकारिणी और पूर्व अध्यक्ष इस बार भी आपसी सहमति से चुनाव संपन्न कराने की कोशिश में लगे हैं. पिछले साल बजट का हवाला देते हुए चेंबर अध्यक्ष का चुनाव आपसी सहमति से की गयी. जिसमें पूर्व अध्यक्षों की अहम भूमिका रही. इस साल भी कार्यकारिणी और पूर्व अध्यक्ष इस पर बल दे रहे हैं. जानकारी है कि चेंबर की आय में पिछले दो साल से विशेष असर देखा गया. चेंबर में कोई बुकिंग नहीं हुई. वहीं अन्य स्रोतों से होने वाले आय में भी कोविड का असर रहा. कुछ सदस्यों का भी मत है कि चुनाव न करते हुए आपसी सहमति से अध्यक्ष की घोषणा की जायें.
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दो सदस्यों के बीच दावेदारी
अब तक की तैयारियों के मुताबिक, चेंबर के दो सदस्य अध्यक्ष पद पर दावेदारी की तैयारी कर रहे हैं. जिसमें धीरज तनेजा और किशोर मंत्री शामिल हैं. जानकारी है कि चेंबर के सक्रिय सदस्यों और पूर्व अध्यक्षों का झुकाव धीरज तनेजा की ओर है. दोनों ही वर्तमान कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष है. जुलाई महीने से ही दोनों सदस्यों ने अपनी अपनी तैयारी शुरू कर दी थी. हालांकि किशोर मंत्री अलग-अलग समय में चेंबर के महत्वूपर्ण पदों पर रहे. वहीं धीरज तनेजा पिछले दो साल से चेंबर कार्यकारिणी में शामिल हुए.
पिछले साल कुणाल आजमानी ने वापस लिया था नाम
पिछले साल दिसंबर में चेंबर चुनाव संपन्न हुआ. कोविड महामारी के चेंबर कार्यकारिणी को तीन महीने का एक्सटेंशन दिया गया. एक्सटेंशन कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के निर्देश के बाद दिया गया. ऐसे में चुनाव तारीख घोषित होने पर कुणाल आजमानी और वर्तमान अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा आमने-सामने रहें. पूर्व अध्यक्षों ने चुनाव नहीं कराते हुए, आपसी सहमति से अध्यक्ष चुनने की योजना बनायी. जिसके बाद कुणाल आजमानी ने नाम वापस लिया.
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