Ranchi: बालू, पत्थर और कोयले के बाद झारखंड में ‘’शुद्ध देसी घी’’ चर्चा में है. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि सीएम हेमंत सोरेन ने दो सालों में भ्रष्टाचार की ऐसी घी निकाली, जिसे खाने वाले अब पछता रहे हैं. बाबूलाल ने ट्विट करते हुए कहा कि ‘’अबतक सुना था कि घी सिर्फ दूध से निकलता है. लेकिन सोरेन राज परिवार के एक्सीडेंटल उत्तराधिकारी राजकुमार हेमंत सोरेन ने दो सालों में पत्थर, बालू, कोयला, जमीन, शराब, ट्रांसफर-पोस्टिंग से ऐसी “घी” निकाली कि इसे खाने-पचाने वाले किरदारों की जेल के नाम से ही तबीयत बिगड़ जा रही है.‘’
अबतक सुना था कि घी सिर्फ़ दूध से निकलता है।लेकिन सोरेन राज परिवार के एक्सीडेंटल उत्तराधिकारी राजकुमार हेमंत सोरेन जी ने दो सालों में पत्थर, बालू, कोयला, ज़मीन, शराब, ट्रांसफ़र-पोस्टिंग से ऐसा “घी” निकाला कि इसे खाने-पचाने वाले किरदारों की जेल के नाम से ही तबीयत बिगड़ जा रही है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 20, 2023
इसे भी पढ़ें – मनी लॉन्ड्रिंग केस: एनोस एक्का को हाईकोर्ट से बड़ा झटका, HC ने ED कोर्ट का फैसला बरकरार रखा
डीएमओ ने किस-किस को खिलाया है घी यह जल्द आएगा सामने
बाबूलाल ने कहा कि गैंग्स ऑफ साहिबगंज के एक किरदार माइनिंग अफसर विभूति कुमार देसी घी” भी सप्लाई करते थे. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ में मोबाइल चैट के बारे में विभूति ने बताया कि वो सीए सुमन को रांची में शुद्ध घी उपलब्ध करा रहे थे. उन्होंने कहा कि डीएमओ विभूति कुमार ने सीए के अलावे और किस-किस को घी खिलाया है, यह तो जांच में पता चल ही जाएगा.
सीएम के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध होगा यह घी
उन्होंने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार में कुछ बेईमान अफसरों, दलालों, बिचौलियों ने मिलकर “घी” खाने-खिलाने का ही तो काम किया है. जैसे-जैसे परतें खुलेंगी, यह घी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही सिद्ध होगा. बस आगे-आगे देखते जाइए.
इसे भी पढ़ें – ICICI बैंक लोन फ्रॉड मामला : वीडियोकॉन के सीईओ वेणुगोपाल धूत को हाइकोर्ट से मिली अंतरिम जमानत
Leave a Reply