समय सीमा बीतने के बाद भी शोरूम संचालकों ने नहीं दिया ब्योरा
नागरिक संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष देवेंद्र कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया है कि पलामू में ऑटोमोबाइल सेक्टर ने खुलकर धंधा किया. लॉकडाउन अवधि में जिले के विभिन्न शोरूम के माध्यम से करीब 46 सौ दोहपिया और चारपहिया वाहन सड़क पर उतरे. शोरूम बंद रहने के बावजूद गोदामों और सर्विस सेंटरों से वाहनों की बिक्री की गयी. इसकी जानकारी मिलने के बाद जिला परिवहन पदाधिकारी ने 1 जून को जिले में स्थित सभी शोरूम संचालकों से वाहनों की बिक्री का ब्यौरा मांगा. डीटीओ ने शोरूम संचालकों को 7 जून तक का समय दिया था. जानकारी के अनुसार समय सीमा समाप्त होने के बावजूद किसी संचालक द्वारा जिला परिवहन कार्यालय को बिक्री का ब्योरा दिये जाने की सूचना नहीं थी. इसे भी पढ़ें- रांची">https://lagatar.in/rights-of-present-committee-of-ranchi-district-bar-association-were-given-to-adhoc-committee-state-bar-council-constituted-committee/84770/">रांचीजिला बार एसोसिएशन की वर्तमान समिति के अधिकार एडहॉक कमिटी को दिए गए, स्टेट बार काउंसिल ने गठित की कमिटी [caption id="" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> DTO द्वारा जारी पत्र[/caption]
लॉकडाउन में बिके वाहनों का कैसे जारी होगा आरसी
डीटीओ की चिट्ठी से शोरूम संचालकों और वाहन खरीदनेवालों की परेशानी बढ़ गयी है. अब वे कार्रवाई से बचने का रास्ता तलाश रहे हैं. समस्या यह है कि लॉकडाउन अवधि में बिके वाहनों के सेल लेटर और इंश्योरेंस पर परिवहन विभाग रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) जारी करेगा, क्योंकि उस अवधि में शोरूम खोलने और कारोबार करने की ही मनाही थी. इसके आधार पर तो संबंधित शोरूम के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. इसे भी पढ़ें- रांची">https://lagatar.in/auto-drivers-took-vaccine-in-ranchi-railway-station-premises/84827/">रांचीरेलवे स्टेशन परिसर में ऑटो चालकों ने लिया वैक्सीन [caption id="" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> शोरूम में लगी बाइक[/caption]

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