गोलमुरी मंडल ने छठ व्रतियों के बीच 2 क्विंटल लौकी का किया वितरण
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साल 2017 में भाकपा माओवादी में कराया गया था शामिल
सरेंडर करने वाले तीनों नक्सलियों ने बताया कि एक करोड़ इनामी अनल दा का दस्ता इन लोगों के गांव के आसपास सक्रिय रहता था. जहां सरू डैम से गांव डूब जाने का भय दिखाकर और प्रलोभन देकर साल 2017 में इन्हें भाकपा माओवादी में शामिल किया गया था. इसी दौरान नक्सलियों के गांव के बगल में ही पुलिस कैंप स्थापित किया गया, जिससे गांवों के लोग काफी खुश थे. इसी दौरान इन नक्सलियों के गांव के ही दो लोगों की पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर भाकपा माओवादी द्वारा हत्या कर दिया गया. जिस वजह से इन लोगों का संगठन से मोहभंग होने लगा. साथ ही पुलिस के द्वारा लगातार दबिश बनाने और बैलून सरदार के घर कुर्की की गई , जिसके कारण इनका घर परिवार पूरी तरह से टूट गया. जब उनके द्वारा पार्टी से मदद मांगी गई तो किसी भी प्रकार का मदद नहीं किया गया, उल्टा ही पुलिस का भय दिखाकर शोषण किया जा रहा था. इस दौरान पुलिस द्वारा इन नक्सलियों के परिवार से संपर्क कर आत्मसमर्पण नीति के बारे में बताया गया और आत्मसमर्पण करने के लिए प्रेरित किया गया. इसे भी पढ़ें -किरीबुरु">https://lagatar.in/kiriburu-husband-beats-wife-on-suspicion-of-illicit-relationship-burns-private-part-with-burning-wood/">किरीबुरु: पति ने पत्नी को अवैध संबंध के शक में पीटा, जलती लकड़ी से प्राइवेट पार्ट जलाया [wpse_comments_template]
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