New Delhi : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान के बयान को मतदाताओं को धमकाने वाला और लोकतंत्र की हत्या करने वाला बयान करार दिया है. भाजपा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि जहरीले बयानों के लिए टीएमसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाये. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
Chopra TMC MLA Hamidul Rehman’s alarming statement: ‘Once elections end, only TMC’s force will remain, voters and opposition must confront them.’ This blatant threat to democracy must be addressed by @ECISVEEP pic.twitter.com/VJnv9dUtVI
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) April 12, 2024
भाजपा ने टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान के बयान की ओर ध्यान दिलाया
भाजपा प्रवक्ता ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर की चोपड़ा विधानसभा से टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान के बयान की ओर ध्यान दिलाया. अपने बयान में हमीदुल रहमान ने भाजपा समेत सभी विरोधी दलों के मतदाताओं को धमकी देते हुए कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद जब केंद्रीय सुरक्षा बल राज्य से लौट जायेंगे तो फिर उनसे (टीएमसी) वहां के लोगों को कौन बचायेगा ?
टीएमसी के गुंडों के कारण हजारों लोगों को बंगाल छोड़कर जाना पड़ा था
प्रेम शुक्ला ने पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा की याद दिलाई. कहा कि उस समय टीएमसी के गुंडों के कारण हजारों लोगों को बंगाल छोड़कर पड़ोसी राज्यों में जाना पड़ा था. आरोर लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के विधायक फिर उसी प्रकार की धमकी पश्चिम बंगाल की जनता को दे रहे हैं.
ममता बनर्जी ने राज्य में लोकतंत्र को शोकतंत्र बनाने का षडयंत्र रचा है
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ममता बनर्जी ने राज्य में लोकतंत्र को शोकतंत्र बनाने का षडयंत्र रचा है. बंगाल में संदेशखाली की आग अभी भी ठंडी नहीं हुई है और टीएमसी के गुंडे मतदाताओं को खुल्लमखुल्ला धमकी दे रहें हैं. आरोप लगाया कि ममता बनर्जी खुद भी मतदाताओं को धमकाती रही हैं. प्रेम शुक्ला ने टीएमसी पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से मांग की कि इसका संज्ञान लेकर टीएमसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाये.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का जिक्र करते हुए कहा कि कभी-कभी वह ममता के विरोध में बोलते हैं, लेकिन राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कांग्रेस एवं विपक्षी दलों के नेता ममता बनर्जी और टीएमसी के बयानों पर चुप्पी साधे रहते हैं.