Ranchi: बीजेपी ने कहा है कि राज्य सरकार की ओर से आयोजित इन्वेस्टर समिट सिर्फ एक छलावा है. राज्य सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सिर्फ गोल पोस्ट बदलकर ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रतिपक्ष के नेता की हैसियत से बाहर से बड़े औद्योगिक घरानों को बुलाने का विरोध किया था, लेकिन सत्ता में आते ही उनका नजरिया बदल गया.
बंद हो रहे उद्योगों को पुनर्जिवित करने की सरकार के पास कोई योजना नहीं
प्रतुल ने कहा कि झारखंड में विधि व्यवस्था की स्थिति पूरी तरीके से चौपट है. पिछले 20 महीने में नक्सलियों के द्वारा रिकॉर्ड संख्या में खनन साइट, ट्रांसपोर्टिंग साइट और औद्योगिक इकाइयों पर हमले किये गए. शहरी क्षेत्र में संगठित आपराधिक गिरोहों का बोलबाला है. प्रदेश में हजारों की संख्या में छोटे और कुटीर उद्योग बंद पड़े हैं. राज्य सरकार के पास इनको पुनर्जीवित करने की कोई योजना नहीं है.
इसे भी पढ़ें-सपरिवार पतरातू पहुंचे राज्यपाल,परिभ्रमण कर लेक रिसॉर्ट डैम का लुत्फ उठाया
सरकार की उदासीनता के कारण बंद हुआ ओरिएंट क्राफ्ट
प्रतुल ने कहा कि बीजेपी के शासन काल में लगाया गया पूर्वी क्षेत्र का सबसे बड़ी टैक्सटाइल कंपनी ओरिएंट क्राफ्ट सरकार की उदासीनता के कारण बंद हो गया. सरकार ने करार से पलटते हुए ओरियंट क्राफ्ट को टेक्सटाइल सब्सिडी नहीं दी थी. ऐसे दर्जनों उदाहरण हैं जिसमें मौजूदा सरकार की उदासीनता के कारण बाहर से आयी कंपनियों ने राज्य से अपना बोरिया-बिस्तर समेट लिया. उन्होंने कहा कि दरअसल राज्य सरकार घरेलू फ्रंट में हर मोर्चे पर नाकाम रही है. बेरोजगार,युवाओं किसानों और उद्योगों को किए गए सारे वादे झूठे निकले. ऐसे में सरकार ऐसे आयोजनों के जरिये जनता का ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है.
इसे भी पढ़ें-कम राशन देने पर PDS दुकानदार के खिलाफ भड़का गुस्सा, कार्डधारियों ने किया मुखिया के आवास का घेराव