Lagatar Desk : टूलकिट मामले में फंसे बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ रायपुर के सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज हुई है. उसी मामले को लेकर रविवार शाम 4 बजे संबित पात्रा को पुलिस के समक्ष पेश होना था. लेकिन संबित पात्रा पुलिस के सामने व्यक्तिगत रूप या वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश नहीं हुए. उन्होने अपने वकील के माध्यम से एक हफ्ते का और समय मांगा है.
वकील के जरिए ईमेल कर मांगा समय
मिली जानकारी के अनुसार संबित पात्रा ने अपने वकील से ईमेल करवाया है. और एक हफ्ते का समय मांगा है.बता दें कि पहले ऐसा कहा गया था कि अगर संबित समय रहते पुलिस के समक्ष पेश नहीं होते है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. लेकिन अभी तक संबित पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुए है और ना ही उनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई की गयी है. संबित ने सिर्फ अपने वकील के जरिए ईमेल करवा कर समय मांगा है.
संबित ने आरोप लगाया था कि टूलकिट के माध्यम से पीएम की छवि खराब की जा रही
टूलकिट विवाद का मामला तब तूल पकड़ा जब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनकी एक टूलकिट के जरिए कोरोना संकट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने की साजिश रचा जा रही है . इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस रिसर्च डिपार्टमेंट के प्रमुख राजीव गौड़ा ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के रिसर्च डिपार्टमेंट का बताकर भाजपा फर्जी टूलकिट प्रचारित कर रही.
संबित पात्रा ने फिर इस मामले में ट्वीट कर टूलकिट बनाने वाले का नाम बताने का दावा किया. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया, कल कांग्रेस पूछ रही थी कि टूलकिट का निर्माता कौन है, ऐसे में अब पेपर्स की प्रॉपर्टी चेक कीजिए. लेखक – सौम्या वर्मा, अब ये सौम्या वर्मा कौन हैं, सबूत गवाही दे रहे हैं. क्या अब सोनिया गांधी, राहुल गांधी जवाब देंगे? संबित पात्रा ने अपने ट्वीट के साथ कुछ तस्वीरें भी साझा की थी, जिनमें सौम्या वर्मा की कांग्रेस नेताओं के साथ तस्वीरें हैं. इनमें एक तस्वीर राहुल गांधी के साथ भी है. साथ ही लिंक्डइन प्रोफाइल साझा कर दावा किया गया है कि सौम्या वर्मा कांग्रेस नेता राजीव गौड़ा के ऑफिस में काम करती हैं.
उसी मामले में कांग्रेस की तरफ से जोरदार पलटवार किया गया था. और संबित और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह पर फर्जी दस्तावेज साझा करने का आरोप लगा दिया था. छत्तीसगढ़ एनएसयूआई ने तो संबित और रमन सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी थी.
झारखंड कांग्रेस की तरफ से जेपी नड्डा के खिलाफ दर्ज किया गया है FIR
बता दें कि इससे पहले झारखंड कांग्रेस की तरफ से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, संबित पात्रा समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ भी FIR दर्ज किया गया है. उस समय यह आरोप लगाया गया था कि बीजेपी फर्जी लेटर हेड छपवाकर सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का काम कर रही है. साथ ही यह भी आरोप है कि भाजपा के इन नेताओं ने अपने-अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से इस जाली और मनगढ़ंत दस्तावेज को साझा किया था.