Saurav Singh
Ranchi : टीपीसी के जोनल कमांडर भीखन गंझू ने पुलिस को दिये स्वीकारोक्ति बयान में उन लोगों और कंपनियों के नाम का खुलासा किया है, जो संगठन को लेवी देते हैं. इसके साथ ही भीखन ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि संगठन का कौन-कौन आदमी लेवी वसूलता है. लेवी की वसूली चतरा के टंडवा, पिपरवार और रांची के खलारी इलाके से की जाती है. संगठन को प्रति माह करोड़ों रूपये लेवी के रूप में मिलते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, भीखन गंझू ने पुलिस को बताया है कि कोयला का कारोबार करने वाली कंपनी सैनिक कंपनी का मंगल सिंह संगठन को लेवी देता है. इसी तरह रेड्डी कंपनी का शिवा रेड्डी लेवी की रकम संगठन का उपलब्ध कराता है. खलारी निवासी शंकर यादव और लातेहार के बालूमाथ का रहने वाला दिलेश्व खान भी संगठन को लेवी पहुंचाता है.
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कारोबारी सुदेश केडिया लेवी देने वालों में सबसे बड़ा नाम
टीपीसी संगठन को लेवी देने वालों में सबसे बड़ा नाम रांची का कोयला कारोबारी सुदेश केडिया का है. यह वही सुदेश केडिया हैं, जिसे एनआइए ने टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था. फिलहाल वह जमानत पर हैं और कई कंपनियों के लिये रेलवे रैक के जरिये कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम करते हैं. सुदेश केडिया के अलावा उनकी कंपनी के अभिषेक कुमार औऱ समीर बनर्जी का नाम भी भीखन गंझू ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में लिया है.
भीखन गंझू ने पूछताछ के दौरान पुलिस को यह जानकारी भी दी है कि पिपरवार में कमेटी के जरिये लेवी की वसूली की जाती है. पिपरवार का ही ताजूद्दीन अंसारी उर्फ ताज मियां कमेटी का पैसा संगठन तक पहुंचाता है. भीखन गंझू ने दो दर्जन से अधिक उग्रवादी घटनाओं में अपनी संलिप्तता की बात कबूल की है. इसके साथ ही लेवी वसूली को लेकर टीपीसी संगठन द्वारा की गई घटनाओं के बारे में भी जानकारी दी है.
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