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जमशेदपुर में ट्रैफिक व्यवस्था-2 : देश का इकलौता शहर जहां फुटपाथ की होती है बंदोबस्ती

Dharmendr Kumar Jamshedpur : जमशेदपुर देश का ऐसा इकलौता शहर है जहां सरकारी एजेंसियों द्वारा वाहन पार्किंग के लिए फुटपाथ की बन्दोबस्ती कर राजस्व वसूला जाता है. नियमानुसार फुटपाथ आम लोगों के चलने के लिए होता है. शहर में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं होने और लोगों द्वारा आदतन भी सड़कों पर गाड़ी पार्क करने की वजह से अक्सर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. कई बार तो एम्बुलेंस भी जाम में फंस जाते हैं. 10 लाख आबादी वाले जमशेदपुर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था मात्र 75 जवानों के भरोसे है. जाहिर है ऐसे में प्रतिदिन सड़क जाम से प्रतिदिन रू-ब-रू होना शहरवासियों की नियति बन गई है. राजस्व वसूली में प्रदेश में रिकॉर्ड बनाने वाले पूर्वी सिंहभूम के लोग ट्रैफिक व्यवस्था से त्रस्त हैं, जबकि प्रशासन केवल राजस्व वसूली में व्यस्त है.

जमशेदपुर में यातायात पुलिस बल की संख्या अपेक्षा अनुरूप कम है

[caption id="attachment_233189" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2022/02/ROAD-TRUCK-1-300x225.jpg"

alt="" width="300" height="225" /> सडक पर खड़े ट्रेलर.[/caption] विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ट्रैफिक पुलिस में 350 जवानों का पद सृजित है, जबकि वर्तमान में मात्र 75 जवान तैनात हैं. वह भी कभी कभार विधि व्यवस्था में कुछ जवानों को लगा दिया जाता है. पूरे शहर की यातायात व्यवस्था मात्र 75 जवानों के भरोसे है. इतना ही नहीं ट्रैफिक डीएसपी जैसे महत्वपूर्ण पद भी ट्रैफिक डीएसपी बबन सिंह के रिटायर होने के बाद से प्रभारी पदाधिकारी के भरोसे है.

जिले में 4 ब्लैक स्पॉट 266 दुर्घटना 160 की मौत

देश में हर साल लगभग 1.5 लाख लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं. वहीं लगभग 4.5 लाख से ज्यादा लोग सड़क हादसे में घायल होते हैं. सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या को लेकर सरकार काफी चिंतित है. झारखंड सरकार के निर्देश पर जिले में हर माह सड़क सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की जाती है. समीक्षा के दौरान दुर्घटनाओं के कारणों और उनके समाधान पर चर्चा की जाती है. विशेषज्ञों द्वारा दिए गए सुझाव पर जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की जाती है. बात अगर हम पूर्वी सिंहभूम जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की करें, तो जिले में चार ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. लेकिन वर्ष 2021 में चिन्हित ब्लैक स्पॉट में एक भी दुर्घटना नहीं हुई. वर्ष 2021 के दिसंबर माह तक जिले में कुल 334 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 199 लोगों की मृत्यु हुई और 271 घायल हुए. आकड़ों की दृष्टि से 2020 में लॉकडाउन होने के बावजूद 268 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 158 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 216 लोग घायल हुए थे.

जिले 44 हिट एंड रन की हुई घटना,11 को मिला मुआवजा

पूर्वी सिंहभूम में वर्ष 2021 में सितंबर माह तक 44 हिट एंड रन की घटनाएं हुई हैं. इसमें जिला प्रशासन द्वारा केंद्र और राज्य सरकार की नीति के तहत 11 पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिलवाया गया, जबकि 11 मामले विचाराधीन हैं. वहीं 22 मामलों में पीड़ित परिवारों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. [wpse_comments_template]

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