- अपनी सारी अचल संपत्ति को स्वतंत्रता सेनानियों व शहीद सैनिकों के परिजनों लिए किया दान, सरकार खर्च कर सकती है इसे.
- राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को पत्र के साथ घोषणा सह शपथ पत्र भेजा
- प्रशासनिक एवं पुलिस अफसरों से बार-बार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर उठाया यह कदम
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बार-बार अफसरों को अवगत कराया, नहीं हुई कोई कार्रवाई
लाल प्रवीर नाथ शाहदेव ने शुभम संदेश से बातचीत में अपने इस बड़े निर्णय के बारे में विस्तार से बताया. कहा कि उन्होंने एक कदम खुशीपूवर्क नहीं बल्कि मानसिक रूप से परेशान होकर उठाया है. आए दिन धमकी से वे आजिज आ चुके हैं. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अब वे जगन्नाथपुर मंदिर भी पूजा-अर्चना के लिए ठीक से नहीं जा पाते हैं. वे अपने घर और यहां तक कि अपने बाथरूम में भी सीसीटीवी कैमरा लगा चुके हैं. शाहदेव ने बताया कि आये दिन असामाजिक तत्वों द्वारा एवं कुछ शाहदेव परिवार के सदस्यों द्वारा जगन्नाथपुर मंदिर, बड़का गढ़ स्टेट की जमींदारी और शहीद परिजनों की वंशावली के संदर्भ में जान का खतरा बना रहता है. इसको लेकर बराबर प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को आवेदन देकर अवगत कराया जाता रहा है. इसके बाद भी पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. ऐसा न हो कि उनकी यह अचल संपत्ति ही उनके एवं उनके परिवार के लिए खतरा बन जाए. इसलिए उन्होंने अंतत: काफी सोच-विचार कर अपने परिवार से सलाह-मशविरे के बाद यह कदम उठाया है. इसे भी पढ़ें – बिरसा">https://lagatar.in/prisoner-cuts-his-own-throat-in-birsa-munda-jail-family-members-say-murder-was-committed/">बिरसामुंडा जेल में कैदी ने काटा खुद का गला, परिजनों ने कहा- की गई हत्या [wpse_comments_template]
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