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220 करोड़ वाला ट्रांसपोर्ट नगर प्रोजेक्ट अब सिर्फ 113 करोड़ में होगा कंप्लीट, बच गये 107 करोड़

Ranchi: राजधानी में अब सिर्फ 107 करोड़ रुपये में ट्रांसपोर्ट नगर बनेगा. इस तरह हेमंत सरकार ने 220 करोड़ रुपये वाले प्रोजेक्ट को 113 करोड़ में बनाने का फैसला कर 107 करोड़ रुपये फूंकने से बचा लिया. कैबिनेट ने कांके के सुकुरहुट्टू में 49.15 एकड़ भूमि पर 113 करोड़ की लागत से ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. पहले तीन बार ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जगह बदली जा चुकी है. नामकुम, पंडरा के बाद फाइनली कांके में ही ट्रांसपोर्ट नगर बनेगा. जहां एक साथ 424 बड़ी गाड़ियां ठहर सकेंगी. इसके अलावा भी ट्रांसपोर्ट नगर में तमाम सुविधाएं मौजूद रहेगी. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/ips-officers-jharkhand-hands-did-not-tremble-while-giving-shoulder-rajesh-kumars-carnivore/">झारखंड

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तीन बार बदली ट्रांसपोर्ट नगर की जगह

रांची में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की योजना सबसे पहले 2010 में बनी थी. नगर विकास विभाग ने आरआरडीए को कांके के सुकुरहुटू में 52 एकड़ सरकारी जमीन पर ट्रांसपोर्ट नगर बनाने का निर्देश दिया. 14 एकड़ रैयती जमीन के अधिग्रहण में पेंच फंसने के कारण नामकुम के सरवल में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की योजना बनी. लेकिन वहां भी 26 एकड़ रैयती जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण मामला फंस गया, इसके बाद सरकार पंडरा गई. पंडरा में भी जमीन अधिग्रहण में पेंच फंस गया था.

एक साथ पार्क होंगे 424 बड़े वाहन

सुकुरहुट्टू में बनने वाले ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण ईपीसी मॉडल पर किया जाएगा. इसके अंतर्गत 424 बड़े वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था के साथ एक इंटीग्रेटेड बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा. बिल्डिंग में 16 ऑफिस स्पेस, 180 बेड वाला डोरमेट्री, 150 सीटिंग क्षमता वाला फूडकोर्ट, 17 रिटेल शॉप, पुलिस चेकपोस्ट, हेल्थ केयर, फार्मेसी और शौचालय की व्यवस्था होगी. साथ ही वाहनों की मरम्मति के लिए सर्विस स्टेशन, दो धर्मकांटा भी बनेंगे. दो वेयरहाउस, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, ओवर हेड टैंक, फायर टैंक, अंडरवाटर टैंक और रिंग रोड को जोड़ने के लिए 4 लेन का एप्रोच रोड भी बनेगा.

ट्रैफिक जाम, प्रदूषण, सड़कों को नुकसान से मिलेगी मुक्ति

दूसरे शहरों से आने वाले बड़े और भारी वाहन कोर शहरी क्षेत्र के बाहर ट्रांसपोर्ट नगर में ठहरेंगे. इससे शहरी क्षेत्र में बड़े और भारी वाहनों के कारण पैदा होने वाली ट्रैफिक जाम समस्या कम होगी. साथ ही डीजल इंजन वाले वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुओं से शहरी क्षेत्र के लोगों को निजात मिलेगा. बड़े वाहनों से शहरी क्षेत्र की सड़कों को होने वाले नुकसान से भी बचा जा सकेगा.

किस कार्य में कितनी राशि होगी खर्च वर्क लागत

इंटीग्रेटेड बिल्डिंग - 12,41,46,375 सर्विस स्टेशन - 89,50,260 वेट ब्रिज - 1,33,52,858 इलेक्ट्रिकल रूम - 19,74,001 वेयरहाउस - 1 3,27,22,093 वेयरहाउस -2 4,35,50,761 सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम - 61,68,753 फायर फाइटिंग सिस्टम - 2,31,77,348 एक्सटर्नल इलेक्ट्रिकल - 12,67,82,446 एक्सटर्नल प्लंबिंग - 13,33,98,062 डीप बोरिंग - 8,91,579 डीजी सेट और ट्रांसफर्मर यार्ड - 4,18,707 पार्किंग और लैंडस्पेस - 1,66,31,609 टर्मिनल पार्किंग - 72,80,4435 इसे भी पढ़ें - न्यूयॉर्क">https://lagatar.in/the-new-york-times-called-the-news-that-modi-was-the-worlds-last-hope-fake/">न्यूयॉर्क

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