Lagatar Desk : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर झारखंड को लेकर एक बड़ी खबर को ट्रेंड कराया जा रहा है. इसमें विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी को बताया गया है कि कैसे बीजेपी से फंडिंग कर छात्रों का विरोध कराया गया और कैसे एक ग्रुप तय कर रहा है कि विधानसभा के मॉनसून सत्र में भाजपा कौन सा मुद्दा उठायेगी.
29 जुलाई को दिन के 1.55 बजे the chandan rai नामक के व्यक्ति ने एक पोस्ट किया है. इसमें एक मिनट, 17 सेकेंड, 10 सेकेंड और 7 सेकेंड के चार वीडियो अटैच किए गए हैं. एक मिनट के वीडियो में एक टीचर बता रहे हैं कि पिछले दिनों प्रतियोगी परीक्षा को लेकर हुए आंदोलन की फंडिंग भाजपा ने की थी.
चंदन राय ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा है कि देखिए कैसे एग्जाम से पहले पूरे दावा के साथ बोला गया एग्जाम नहीं होगा. जब हो गया तो कैसे BJP से फंडिंग लेकर एग्जाम को बाधित करने का षडयंत्र रचा गया. यह बात खुद एक टीचर बोल रहे हैं, जो आंदोलन में शामिल थे. चंदन राय ने अपने प्रोफाइल में खुद को सोशल एक्टिविस्ट बताया है. उसके पोस्ट को सैंकड़ों लोग लाइक व रीट्विट कर रहे हैं.
चंदन राय के पोस्ट को अटैच करते हुए दिलीप राणा नामक युवक ने लिखा है कि विपक्ष का काम सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना है, ना कि सरकार के अच्छे कामों का विरोध करना. बाबूलाल जी JSSC CGL में 96% झारखंडी मूलवासी का चयन हुआ है. इस पर राजनीति मत कीजिए. अपने क्षेत्र के selected candidates से मिलिए, तब आपको पता चलेगा कि कितने गरीब छात्रों का चयन हुआ है.
विनय पांडेय नामक व्यक्ति ने 30 जुलाई की सुबह एक पोस्ट किया है. इसमें एक ग्रुप का स्क्रिन शॉट शेयर किया गया है. साथ ही लिखा गया है कि देखिए बाबूलाल जी किस तरह से ग्रुप में तय करने के बाद आप लोगों का प्रयोग किया जाता है. विधानसभा में किस मुद्दे पर बहस कराना है, ये लोग एक ग्रुप मे तय करते हैं. क्या इनलोगों की तरह आपको भी गरीब छात्र एवं उसके परिजन का "हाय" लेना चाहिए? या गरीब छात्र जो सफल हुए, उनका साथ देना चाहिए.
इस पोस्ट में जो स्क्रिन शॉट शेयर किया गया है, उसमें लिखा है कि मॉनसून सत्र आ रहा है. विपक्ष से सत्र में पेपर लीक का मुद्दा जोर शोर से उठवाना होगा. साथ ही साथ सत्र से पहले एक बड़ा ट्विटर कैंपेन और अपना पूरा फोकस हाइकोर्ट की हियरिंग पर रखना होगा.
आगे लिखा है कि हाईकोर्ट की फंडिंग में सभी को अब बढ़-चढ़कर सहयोग करना होगा. क्योंकि हमें बड़े वकील की सलाह की जरुरत पड़ सकती है. हर वो प्रपंच साम, दाम, दंड, भेद अपनाना होगा और इसके लिए सभी को तैयार रखना होगा.
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