Search

आदिवासी संगठनों ने बिरसा जयंती पर पांरपरिक वेश-भूषा में पूजा-अर्चना की, वीर स्थलों को संरक्षित करने की मांग

Ranchi :  रांची सहित राज्य के विभिन्न संगठनों ने सोमवार को बिरसा मुंडा की 146वीं जयंती मनायी. धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती पर राजधानी में  बिरसा चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर फूल-माला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. इसके साथ ही विभिन्न संगठनों और मौजा के लोगों ने पांरपरिक वेश-भूषा में पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की. पूजा-अर्चना पाहनों के द्वारा किया गया. जिसमें डीबू पहान, मोगो पहान, एतवा पहान, शिबू पहान, बुधवा पहान, राहुल मुंडा, संजय मुंडा, अनिकेत मुंडा, दिवाकर पहान, राम पहान और भोला कच्छप पहान शामिल हैं. बिरसा जयंती पर सरकार से आदिवासी वीरों से जुड़ी हुई जगहों को संरक्षित और सुरक्षित करने की मांग की गयी. इसे भी पढ़ें-झामुमो">https://lagatar.in/jmm-celebrated-foundation-day-and-birsa-jayanti/">झामुमो

ने मनाया स्थापना दिवस और बिरसा जयंती

जल, जंगल और जमीन को भी संरक्षित करने की पहल हो

इस दौरान अपने संबोधन में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि आज स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्र के शान, आदिवासियों के जननायक, धरती आबा अमर शहीद वीर बिरसा मुंडा की जयंती समारोह मनायी जा रही है. इस मौके पर हमें केंद्र और राज्य दोनों सरकारों से यही मांग करते हैं कि सभी आदिवासी वीरों से जुड़ी हुई सभी जगहों को संरक्षित और सुरक्षित की जाये. साथ ही हमारे जल, जंगल और जमीन को भी संरक्षित करने के लिए सरकार पहल करे. इसे भी पढ़ें-किताब">https://lagatar.in/controversy-over-book-arson-and-stone-pelting-at-salman-khurshids-house/">किताब

पर विवादः सलमान खुर्शीद के घर आगजनी और रोड़ेबाजी

नशापान छोड़ शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ा आदिवासी समाज 

वहीं आदिवासियों के अत्थान पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी नशापान कर खुद अपनी जिंदगी को गलत राह पर ले जा रहे हैं. जहां बिरसा मुंडा जैसे वीरों ने हमारे अच्छे भविष्य के लिए लड़ाइयां लड़ी. हमें उनके कार्यों को व्यर्थ नहीं जाने देना है. नशापान छोड़ शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ना है ताकि हम एक अच्छा जीवन और भविष्य पा सके.इस कार्यक्रम में विभिन्न जगहों से आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित हुए. इसमें मुख्य रुप से सामाजिक धार्मिक अगुवे अजीत उरांव, अजय तिर्की, गौतम उरांव, सुभाष मुंडा, संजय लोहरा, चंद्रदेव बालमूचू, रवि खलखो, अशोक लोहरा, रूपचंद केवट, कृष्णा कच्छप, पार्षद पुष्पा तिर्की, कर्मा लिंडा, प्रदीप तिर्की, अमित तिर्की, दुर्गा तिर्की, ज्योति बेंगरा, रोहित खाखा सहित अन्य लोग उपस्थित थे. [wpse_comments_template]