Ranchi : सरना झंडा के अपमान के विरोध में शनिवार को आदिवासी संगठनों के लोग सड़क पर उतरे. सुबह से ही सभी लोग रांची बंद कराने में लग हुए हैं. आदिवासी संगठन के लोगों ने बिरसा चौक पर चारों ओर से घेराबंदी कर दी है और टायर जला रहे हैं. इसके अलावा कई जगहों पर रोड भी जाम कर दिया है. जिसकी वजह से आवागमन बाधित हुआ. (पढ़ें, बेमौसम बारिश के कारण इस साल देश में गेहूं के उत्पादन में 10 से 20 लाख टन तक की कमी का अनुमान)
जगह-जगह पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती
आदिवासी संगठनों द्वारा रांची बंद करने को लेकर डीसी राहुल कुमार सिन्हा और एसएसपी कौशल किशोर ने जगह-जगह पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की है. सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए 40 मजिस्ट्रेट और 800 पुलिसकर्मियों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है. बाइक गश्ती दल के 58 सदस्यों को भी तैनात किया गया है, जो विभिन्न रूटों पर लगातार गश्त करके उपद्रव फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. बंद समर्थकों द्वारा कहीं भी चल-अचल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जाता है, तो वीडियो रिकॉर्डिंग करते हुए उन पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.
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सरहुल के दिन असामाजिक तत्वों ने सरना झंडा को उखाड़ कर फेंक दिया था
गौरतलब है कि लालपुर थाना क्षेत्र स्थित हातमा मौजा के लोअर करमटोली में आदिवासी जमीन पर लगे सरना झंडा को सरहुल के दिन असामाजिक तत्वों ने उखाड़कर फेंक दिया था. राजेंद्र मुंडा ने आरोप लगाया कि आदिवासियों का अपमान करने के उद्देश्य से ऐसा किया गया. विभिन्न संगठनों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर 8 अप्रैल को रांची बंद का आह्वान किया है.
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