- आदिवासी संगठनों ने निकाला आक्रोश मार्च
- प्रधानमंत्री और मणिपुर के सीएम के फूंके पुतले
मणिपुर हिंसा घृणित राजनीति की महत्वाकांक्षा
इससे पहले जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी संगठनों के लोग जुटे. फिर आक्रोश मार्च करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पर प्रधानमंत्री मोदी और मणिपुर के सीएम बिरेन सिंह का पुतला जलाया. आदिवासी समन्वय समिति के संयोजक लक्ष्मी नारायण मुंडा ने कहा कि मणिपुर हिंसा घृणित राजनीति की महत्वाकांक्षा है. क्योंकि मैतेई समुदाय का वोट बैंक पक्का करने के लिए उन्हें लड़ाया गया है. केन्द्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना से पूरे देश को शर्मशार होना पड़ा है. यह इंसानियत को शर्मसार करनी वाली घटना है. देश के लिए काला अध्याय है.जिस राज्य में बीजेपी, वहां आदिवासी सुरक्षित नहीं
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि बीजेपी सरकार में आदिवासी समाज के साथ शोषण बढ़ा है. हर दिन आदिवासी समाज के साथ अत्याचार हो रहा है. सरकार मणिपुर में शांति बहाल करे. दंगा करने वाले को फांसी देना चाहिए. जिस राज्य में बीजेपी है, वहां आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं. मौके पर संदीप तिर्की, एवलिन लकड़ा, हलधर चंदन पाहन , डेंगो लकड़ा , शशि पन्ना, अनिल अमिताभ पन्ना, दिनेश मुंडा, प्रकाश हंस, रतन तिर्की, पवन तिर्की, संदीप उरांव, अभय भुटकुंवर, अनिल उरांव, कमिश्नर मुंडा, संजय महली, निरंजना हेरेंज, कोमोलिना टोप्पो, प्रभाकर तिर्की, दीपक मुंडा, सोनू खलखो, विजय बड़ाईक, अजीत उरांव, झरिया उरांव समेत सैकड़ों लोग शामिल थे. इसे भी पढ़ें – CBI">https://lagatar.in/cbi-submits-sealed-report-in-high-court-on-cases-registered-against-koda-kamlesh-bhanu-bandhu-anos-harinarayan/">CBIने कोड़ा, कमलेश, भानु, बंधु , एनोस, हरिनारायण के खिलाफ दर्ज मामलों पर हाईकोर्ट में सीलबंद रिपोर्ट सौंपी [wpse_comments_template]
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