सुरक्षा के नाम पर हर रोज अत्याचार हो रहा
ह्यूमन एक्टिविस्ट तारामणी साहु ने कहा कि अमृतकाल और आजादी का अमृत महोत्सव के नाम पर बेटियों को सड़क पर नंगा घुमा कर और खुलेआम उनका दुष्कर्म किया जा रहा है. ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाया जाए. महिला सुरक्षा के नाम पर हर रोज अत्याचार हो रहा है. समाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला ने कहा कि मणिपुर के जलते वक्त प्रधानमंत्री का तीन महीनों की चुप्पी और विदेशी यात्रा, यह दर्शाता है कि अब देश चलाना, इनके बस की बात नहीं. प्रधानमंत्री इस कुर्सी के लायक नहीं है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का इस बर्बरतापूर्ण मामले पर चुप रहना महिलाओं और आदिवासीयों के लिए और भी घातक साबित हो रहा है. मौके पर एलिना होरो, सुनीता लकड़ा, दयामनी बारला, लीना, तारामणि साहु, तमन्ना बेगम, नगमा , डॉ. किरण, शांति सेन, नन्दिता भट्टाचार्य, कुमकुम, लीना पदम, ज्योतिषा कल्लामकल, सुषमा बिरुली, अलोका कुजूर, वासवी किड़ो, दीपा, जोशना, सिंघी खलखो, मुक्ता मरांडी, मृणालिनी टेटे, स्वीटी केरकेट्टा समेत स्कूल कॉलेज के छात्र शामिल हुए. इसे भी पढ़ें – बालू">https://lagatar.in/three-tractors-loaded-with-sand-seized-in-barkagaon-read-two-news-together-including-action-on-35-so-far/">बालूलदे तीन ट्रैक्टर जब्त, अब तक 35 पर कार्रवाई समेत बड़कागांव की दो खबरें पढ़ें एक साथ [wpse_comments_template]
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