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टीआरएल भवन का राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया उद्घाटन, जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा के छात्रों को मिलेगा लाभ

Ranchi : झारखंड की पहचान है खेलकूद कला संस्कृति और जनजातीय भाषा. ऐसे में आज बास्केटबॉल खिलाड़ियों और जनजातीय भाषा की पढ़ाई की शुरुआत के लिए ऐतिहासिक दिन रहा. रांची विश्वविद्यालय के परिसर में नवनिर्मित बास्केटबॉल कोर्ट और क्षेत्रीय जनजाति भाषा की पढ़ाई के लिए टीआरएल भवन का उद्घाटन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के द्वारा किया गया. इस मौके पर महामहिम ने बताया की बच्चों को खेलने के लिए टेक्नोलॉजी की भी जरूरत है. पढ़ाई के साथ खेलकूद भी बच्चों के जिंदगी का अहम हिस्सा होता है. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2020/12/651999b3-3e79-4110-85aa-fb94d6c2a31d.jpg"

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निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से की शिष्टाचार मुलाकात  सभी क्षेत्रीय जनजातीय भाषा की पढ़ाई के लिए अपने भवन के निर्माण की शुरुआत होने पर अब दूरदराज के छात्र अपनी भाषा की पढ़ाई आसानी से कर सकेंगे. सभी 9 भाषाओं की पढ़ाई के लिए अलग-अलग क्लास रूम की व्यवस्था की गई है. इस मौके पर टीआरएल विभाग के एचओडी हरी उरांव ने कहा कि नये भवन के उद्घाटन से विभाग से संबंधित छात्रों के लिए यह एक ऐतिहासिक शुरुआत है. इस अवसर पर एचओडी ने जनजातीय भाषा में संबोधित भी किया. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2020/12/771e5322-e7fe-4d05-896b-d08569f78721.jpg"

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के बच्चे अब बोल रहे हैं अंग्रेजी और संथाली,अपनी भाषा औऱ संस्कृति बचाने के लिए आगे आये दो युवक वहीं मौके पर विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू पीके वर्मा ने बताया कि खेलकूद के प्रशिक्षण के लिए रांची विश्वविद्यालय का अपना बास्केटबॉल मैदान होने से अब खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षण दिया जा सकेगा. मौके पर राज्यपाल को खेल पदाधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया कि अब बास्केटबॉल में जूनियर लेवल और नेशनल लेवल के खिलाड़ी भी अब भाग ले सकेंगे. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2020/12/62b5b084-cec5-4c7e-ae76-520092a5eefc.jpg"

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