Hazaribagh: रामनवमी को लेकर मंगलवार को प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच ठन गई. दरअसल होली के बाद पड़ने वाले पहले मंगलवार को शहर में कई मोहल्लों से मंगला जुलूस निकाला जाता है. इसे लेकर लोग जुलूस की तैयारी में लगे हैं. दूसरी तरफ जिला प्रशासन कोविड को देखते हुए सरकार के निर्देश का पालन करने में लगा है. इसे लेकर पूजा समिति अखाड़ाधारियों और प्रशासन के बीच तनाव हो गया.
बता दें कि हजारीबाग की रामनवमी ना सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देश में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. इसकी तैयारी होली के बाद पड़ने वाले पहले मंगलवार से शुरू हो जाती है. बताया जाता है कि इस बार कोविड-19 की गाइडलाइन को देखते हुए सरकार और जिला प्रशासन ने किसी भी जुलूस और सामूहिक धार्मिक आयोजन पर रोक लगा रखी है.
पुलिस बल तैनात
सरकार के आदेश का पालन कराने के लिए एक तरफ जिला प्रशासन जहां भारी पुलिस बल के साथ तैनात है वहीं दूसरी तरफ श्रद्धालु और मंगला जुलूस निकालने वाले लोग सड़क पर आने को तैयार हैं. बता दें कि हजारीबाग की रामनवमी कई मामलों में संवेदनशील रही है.
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ऐसे में खास रणनीति के साथ यहां के माहौल को संभालने की जरूरत है. लेकिन हाल के दिनों में सांसद जयंत सिन्हा और स्थानीय विधायक मनीष जायसवाल के रामनवमी हर हाल में मनाए जाने के बयान के बाद शहर में अजीब स्थति बन गयी है. वैसे प्रशासन ने जुलूस नहीं निकालने को लेकर लिखित आदेश निकाल दिया है.
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