- मुख्य साजिशकर्ता दुकान पासवान पीएलएफआई के शिवा के नाम से अधिकारी को दे रहा था धमकी
- दुकान पासवान कई बार जा चुका है जेल, आपराधिक है पृष्ठभूमि
Keredari : हजारीबाग स्थित केरेडारी पुलिस ने पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य बताकर दो करोड़ की लेवी मांगने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस संबंध में केरेडारी थाना प्रभारी नयन गॉडविन केरकेट्टा ने बताया कि केरेडारी थाना क्षेत्र में कार्यरत कोल कंपनियों के अधिकारियों से पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम पर 30 मई को दो करोड़ की लेवी मांगी गई थी. लेवी का पैसा नहीं देने पर खून की होली खेलने की धमकी दी थी. इस संबंध में 30 मई को कंपनियों की ओर से केरेडारी थाने में आवेदन दिया गया था. इसके आधार पर केरेडारी थाना में मामला दर्ज किया गया था.
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पीएलएफआई के नाम पर मोबाइल : 9334579634 और 9122872864 से व्हाट्सएप कॉल कर लेवी का पैसा मांगा जा रहा था. इस मामले की छानबीन में पुलिस काफी दिनों से जुटी थी. मिले इनपुट के आधार अभियुक्त जोरदागा निवासी दुकान पासवान को बचरा चार नंबर चौक के पास से गिरफ्तार किया गया. वहीं लोहरा स्थित आवास से राजेंद्र कुमार भोक्ता उर्फ रूपा गंझू को पकड़ा गया. साथ में धमकी देने में प्रयुक्त मोबाइल और सिम भी पुलिस ने बरामद कर लिया. पूछताछ के बाद गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया गया. इस मामले में दो और आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है.
निशानदेही पर पकड़े गए दोनों आरोपी
लेवी मांगने के मामले में पहले कुलदीप गंझू और सुरेंद्र गंझू पकड़ा गया. दोनों की निशानदेही पर दुकान पासवान और राजेंद्र कुमार भोक्ता उर्फ रूपा गंझू को पकड़ा गया. दरअसल 30 मई को कंपनियों के अधिकारियों को पैसा लेकर शाम को चुंदरू धाम पहुंचने की बात कही गई थी. फिर पुलिस ने योजना बनाई और केरेडारी थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया. बताए गए स्थल के पास गुप्त तरीके से जवानों को तैनात किया गया. जैसे ही कंपनी की गाड़ी पैसा देने के लिए उग्रवादी संगठन के बताए स्थल पर पहुंची, तो उग्रवादियों की गाड़ी बुकरू से बचड़ा की ओर जाने वाली सड़क की तरफ आगे बढ़ने लगी. छापेमारी दल ने पीछा कर बुकरू और बचडा के बीच पड़ने वाले जंगल के पास से दो अपराधियों को पकड़ लिया. पूछताछ में दोनों ने अपना नाम कुलदीप गंझू और सुरेंद्र गंझू बताया. साथ ही आगे बताया कि दुकान पासवान ने इस काम के लिए 10-10 हजार रुपए देने की बात कही थी. जिस सिम कार्ड से अधिकारियों को धमकी दी जाती थी, वह सिम दुकान पासवान के पास है और वह पीएलएफआई के शिवा के नाम से फोन करता था. पकड़े गए व्यक्ति के पास से एक पैशन प्रो मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया था.
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