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परसुडीह व बर्मामाइंस में पुलिस बन रेलकर्मियों के घर से 21 लाख के गहने व 82 हजार रुपए लूटने वाले दो गिरफ्तार

Jamshedpur : परसुडीह रेलवे लोको कॉलोनी और बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी में रेल कर्मचारी के घर 29 जुलाई की रात चार बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था. डकैतों ने खुद को पुलिस बता कर दरवाजा खोलवाया था. परसुडीह से चार लाख के गहने व दो हजार रुपए और बर्मामाइंस से 18 लाख के गहने व 82 हजार रुपए समेत दोनों जगहों से बर्तन व अन्य सामान की डकैती की गई थी. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. घटना की रात ही पुलिस ने दो बदमाश सुंदरनगर के अमित सिंह और कैरेज कॉलोनी के बाबू पिल्ले को गिरफ्तार कर लिया था. उनके पास से लूट का सामान भी बरामद कर लिया गया है. उसकी बरामदगी के लिए शनिवार को भी पुलिस की टीम छापामारी करती रही. संभवत: रविवार को पुलिस मामले का  खुलासा करेगी.

पत्नी की कनपट्टी पर पिस्तौल सटा लूटा

29 जुलाई की रात चार बदमाशों ने लोको कॉलोनी स्थित क्वार्टर संख्या 300 में रेलकर्मी टी भास्कर राव के घर रात 11 बजे दरवाजा खटखटाया. आवाज लगाने पर सामने वाले ने खुद को परसुडीह थाना का पुलिस बताया. दरवाजा खुलते ही डकैतों ने परिवार वालों को पिस्तौल का भय दिखाकर अपने कब्जे में ले लिया. भास्कर का मुंह व हाथ टेप से बांध दिया. उनकी पत्नी व बच्ची को बांधकर पत्नी की कनपट्टी पर पिस्तौल सटा दी. अलमीरा की चाबी लेकर डकैतों ने चार लाख के आभूषण, दो हजार रुपए समेत चांदी के बर्तन आदि लूट लिए. इसके बाद बाइक पर सवार होकर फरार हो गए.  भास्कर सूद ब्याज का काम भी करते हैं. उन्होंने घटना के बाद पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की. घटना के दिन ही परसुडीह थाना में नए थाना प्रभारी विमल किंडो ने योगदान दिया था.

डकैतों ने बंधक बना मारपीट की

बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी स्थित क्वार्टर नंबर 63-3 में भी डकैतों ने खुद को पुलिस बताया. रात 12 बजे के बाद यहां रेलकर्मी के घर को निशाना बनाया. दरवाजा खुलने पर तीन लोग अंदर घुसे. मां के जानकी व रेलकर्मी बेटे को बंधक बनाकर पिस्तौल सटा दी. विरोध करने पर डकैतों ने उनके साथ मारपीट भी की. यहां से डकैत 80 लाख रुपए के गहने, 82 हजार रुपए व चांदी के बर्तन लेकर फरार हो गए. के जानकी के बयान पर बर्मामाइंस थाना में लूट का मामला दर्ज किया गया है. शिकायतकर्ता महिला ने अमित, सोनू, रफीक और पिल्ले को आरोपी बनाया है. उनके अनुसार सभी एक दूसरे को इसी नाम से पुकार रहे थे. [wpse_comments_template]

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