Ranchi: पुनरक्षित यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत जिले के सभी प्रखंडों के प्रयोगशाला प्रावैधिक एवं लैब सुपरवाइजर का दो दिवसीय प्रशिक्षण 27 एवं 28 नवंबर को सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में आयोजित की गई. प्रशिक्षक के रूप में आईआरएल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के रूपेश कुमार उपस्थित थे. उन्होंने सभी को विस्तार से टीबी के विषयों की जानकारी दी. सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि यक्ष्मा कार्यक्रम अन्तर्गत प्रयोगशाला प्रावैधिक का कार्य काफी महत्वपूर्ण है. आप सभी पूर्ण जिम्मेवारी से अपने कर्तव्य का पालन करना सुनिश्चित करेंगे ताकि हम मिलकर प्रधानमंत्री के द्वारा लिये गये संकल्प के तहत समय से टीबी का उन्मूलन कर सकें. डॉ एस बास्की जिला यक्ष्मा पदाधिकारी ने सभी को प्रेसम्पटिव TB केस पर विशेष ध्यान देने और इसे बढ़ाने के लिए कार्य करने को कहा. सिविल सर्जन ने प्रशिक्षण के बाद लिए गए टेस्ट में सफल अभ्यिर्थियों को पुरस्कृत किया. पुरस्कृत अभ्यर्थियों में सुनिल किस्कू, बबीता कुमार, रवि कुमार रंजन, लखिन्द्रर महतो, नसीम अंसारी शामिल थे.
प्रशिक्षण में सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ एस बास्की, जिला आरसीएच पदाधिकारी राकेश कुमार, जिला कार्यक्रम समन्वयक और टीबी के जिला स्तरीय कर्मी उपस्थित थे.
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