Jamshedpur : जुगसलाई नगरपालिका (अब नगर पर्षद) में वर्षों से सफाई कर्मी के रुप में कार्यरत मजदूरों के स्थायीकरण में भेदभाव बरता जा रहा है. उक्त आरोप सफाईकर्मी कन्हैया मुखी और गुरुवारी मुखी ने लगाया है. दोनों को सफाईकर्मी के रुप में नगरपालिका में कार्य करते हुए 35 वर्ष हो गए, लेकिन दोनों श्रम अधिनियम के तहत मिलने वाली सुविधाओं से वंचित हैं. दोनों ने बताया कि उनके बाद सेवा में आए सफाईकर्मियों को स्थायी कर दिया गया है, जबकि उनके साथ भेदभाव बरता गया. दोनों ने कहा कि इतनी लंबी अवधि तक सेवा देने के बाद भी अभी तक सर्विस बुक नहीं दिया गया है. पीएफ नहीं कटता है, स्वास्थ्य सुविधा के तहत ईएसआई की सुविधा नहीं है. दोनों सफाईकर्मियों ने कहा कि इस मामले में संचिका राज्य मुख्यालय भेजने की बात कही जाती है, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आता है. इसे भी पढ़ें : Pandora">https://lagatar.in/pandora-papers-white-truth-of-black-money-includes-380-indians-including-sachin-anil-ambani-nirav-modi-jackie-shroff-nira-radia/">Pandora
Papers: काला धन का सफेद सच, सचिन, अनिल अंबानी, नीरव मोदी, जैकी श्रॉफ, नीरा राडिया सहित 380 भारतीय शामिल! दूसरी ओर इस मामले की जानकारी झारखंड मजदूर यूनियन को होने के बाद यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल कार्यपालक पदाधिकारी जगदीश प्रसाद यादव से मिला और दोनों मजदूरों के स्थायीकरण व सरकार की ओर से प्रदत सुविधाएं देने की मांग की. यूनियन के केंद्रीय सचिव सह सामाजिक सेवा संघ के अध्यक्ष राजेश सामंत ने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी ने दोनों सफाईकर्मियों के स्थायीकरण के मामले में नगर विकास विभाग को संचिका भेजने की बात कही. उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो दुर्गा पूजा के बाद कार्यालय का घेराव और आंदोलन किया जाएगा. प्रतिनिधिमंडल में सुधाकर लोहर, प्रदीप महतो, भूपति सरदार, किसनो हेम्ब्रम, राजकुमार महतो, छोटे सरदार आदि शामिल थे. [wpse_comments_template]
जुगसलाई नगरपालिका में 35 वर्षों से सेवारत दो मजदूर को स्थायी नहीं करने पर झारखंड मजदूर यूनियन ने किया प्रदर्शन

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