दुमका : सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले एक महाठग से ही ठगी का मामला सामने आया है. दुमका विशेष प्रमंडल (ग्रामीण विकास विशेष विभाग) के कोषागार से डेढ़ करोड़ से ज्यादा के फर्जी निकासी मामले की जांच में यह बात सामने आई है. हरियाणा के गुड़गांव स्थित राजेश सिंह की कम्पनी जीके इंटरप्राइजेज के अकाउंट में दुमका विशेष प्रमंडल ने 1 करोड़ 42 लाख रुपये गलत तरीके से डाले थे. राजेश सिंह ने अपने भाई रंजन सिंह के अकाउंट में एकमुश्त 54 साख रुपये ट्रांसफर किए. जिस अकाउंट में 54 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए वह बिहार के नवादा जिला निवासी रंजन सिहं का है. दुमका पुलिस रंजन सिंह की तलाश में नवादा गई तथा उसे साथ लेकर वापस लौटी. दुमका थाने पहुंचने के बाद रंजन ने अपने पिता से फोन पर बात की. उसके पिता ने रंजन को बताया कि दुमका पुलिस की टीम ने नवादा स्थित उसके आवास पर छापेमारी की है. छापेमारी के दौरान पुलिस ने उसके पिता को बताया कि फर्जी निकासी मामले की जांच के लिए दुमका पुलिस की तीन टीमें बनी है. वही टीम उसके आवास पर छापेमारी कर रही है. दरअसल पुलिस वेश में छापेमारी करने पहुंची दुमका पुलिस की यह टीम फर्जी थी. इस फर्जी टीम ने दुमका विशेष प्रमंडल से डेढ़ करोड़ रुपये फर्जी निकासी मामले के मास्टरमाइंड राजेश सिंह के पिता को मामला रफा-दफा कराने का आश्वासन देकर 2 लाख 10 हजार रुपये नगद ऐंठ लिये. रकम दिए जाने की बात पिता ने फोन पर रंजन को बताई थी. उन्होंने यह भी बताया था कि छापेमारी करने आई दुमका पुलिस की टीम को उपरोक्त रकम दे दी गई है. मामला सलट चुका है, घबराने की कोई बात नहीं है. फर्जी पुलिस टीम में शामिल एक सदस्य ने रुपये लेन-देन के क्रम में अपना मोबाइल नंबर भी आरोपी के पिता को दे दिया. दुमका पुलिस की जांच में मोबाइल नंबर बिहार के सिवान का निकला. दुमका से शुरू ठगी का यह खेल हरियाणा के गुडगांव होते हुए बिहार के नवादा पहुंचा. अब सिवान के ठग की भी एंट्री हुई. ठगी का यह मामला इम मायने में नायाब है कि दुनिया को ठगने वाले महाठग को ही पुलिस बन कर ठग लिया गया. मामले की जांच दुमका पुलिस कर रही है. यह भी पढ़ें : समाहरणालय">https://lagatar.in/voter-awareness-chariot-leaves-from-collectorate-premises/">समाहरणालय
परिसर से मतदाता जागरुकता रथ रवाना [wpse_comments_template]
पुलिस वेश में महाठग के पिता से ही ठग लिये दो लाख

Leave a Comment