Ranchi: सात यूनियनों ने HEC मुख्यालय का घेराव किया. इसकी अध्यक्षता खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने की. मजदूर यूनियनों का आरोप है कि एचईसी प्रबंधन वार्ता के लिए सामने नहीं आ रही. जबकि वार्ता के लिए उनसे समय लिया गया था. दिन भर धरना-प्रदर्शन के बाद जब एचईसी बचाव जन संघर्ष समिति के प्रतिनिधि एचईसी प्रबंधन से वार्ता के लिए पहुंचे तो तीन में दो दो डायरेक्टर गायब थे.
एचईसी मुख्यालय घेराव के दौरान राजेश कच्छप और दिलीप सिंह एचईसी मुख्यालय के अंदर गए और वार्ता करने का समय लिया. वहीं डायरेक्टर पर्सनल एचईसी मुख्यालय में नहीं थे. इसके कारण वार्ता का समय 4 बजे तय किया गया. इस बीच आंदोलनकारी एचईसी मुख्यालय के बाहर अड़े रहे.
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मजदूर यूनियनों की क्या है मांग
एचईसी मजदूर यूनियनों की प्रमुख मांग है कि उन्हें पिछले 7 माह का बकाया वेतन दिया जाये. वेतन नहीं मिलने के कारण एचईसी कर्मी 2 दिसंबर से हड़ताल पर हैं.
वार्ता के लिए गए प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन रहे मौजूद
खिजरी विधायक राजेश कच्छप के नेतृत्व में एचईसी प्रबंधन और एचईसी बचाओ जन संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता हुई. वार्ता में एचईसी के एक डायरेक्टर मौजूद रहे. इसमें सीआईटीयू झारखंड के सचिव एसके राय, भाकपा माले के भुनेश्वर केवट, एचईसी सप्लाई संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह, हटिया मजदूर लोक मंच के राम कुमार नायक, हटिया मजदूर यूनियन सीआईटीयू के भवन सिंह, हटिया कामगार यूनियन एआईटीयूसी के लाल देव सिंह, मुख्य रूप से शामिल हुए.
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मिला वेतन
प्रबंधन द्वारा पिछले दिनों की गई घोषणा के अनुसार, सोमवार को मजदूरों के खाते में एक माह का वेतन जमा करा दिया गया. लेकिन मजदूरों की अन्य मांगों पर प्रबंधन की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
कल फिर होगी वार्ता
डायरेक्टर पर्सनल और डायरेक्टर फाइनेंस वार्ता में उपस्थित नहीं थे इसके कारण मजदूरों ने हड़ताल जारी रखी. कल पुणः 10:30 बजे एचईसी बचाओ जन संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल और एचईसी प्रबंधन की वार्ता होगी.
एचईसी मजदूर यूनियनों की प्रमुख मांगें
- दो माह का वेतन प्रत्येक माह देना सुनिश्चित करें.
- 37 दिन का कुल डाउन अवधि का वेतन दिया जाये.
- कैंटीन भत्ता जारी रखा जाये.
- किसी भी मजदूर पर किसी प्रकार की कार्यवाही ना हो.
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