रामलला के नाम पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए. संजय राउत ने कहा, रामलला के लिए पहले भी हमने आंदोलन किये हैं और आगे भी करते रहेंगे
Mumbai : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को असली आजादी करार देने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर शिवसेना(उद्धव ठाकरे) ने निशाना साधा है. आमतौर पर शिवसेना नेता आरएसएस और मोहन भागवत के खिलाफ बोलने से बचते हैं, लेकिन अब मोहन भागवत के बयान पर हिंदुत्व की राजनीति करने वाली उद्धव सेना ने हल्ला बोल दिया है.
#WATCH | Indore, Madhya Pradesh | RSS Chief Mohan Bhagwat says, “…The true independence of India, which had faced many centuries of persecution, was established on that day (the day of Ram Temple’s ‘Pran Pratishtha’). India had independence but it was not established…”… pic.twitter.com/swrpc4T809
— ANI (@ANI) January 14, 2025
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाई जानी चाहिए
आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को एक समारोह में कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाई जानी चाहिए क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मन का आक्रमण झेलने वाले देश की सच्ची स्वतंत्रता इस दिन प्रतिष्ठित हुई थी. संघ प्रमुख भागवत ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चम्पत राय को इंदौर में राष्ट्रीय देवी अहिल्या पुरस्कार प्रदान किया. उन्होंने इस समारोह में कहा कि अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तिथि पौष शुक्ल द्वादशी का नया नामकरण प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में हुआ है. देश की सच्ची स्वतंत्रता इस दिन प्रतिष्ठित हुई थी.
हजारों-लाखों साल से भगवान राम हमारे दिलों में हैं
संजय राउत ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को असली आजादी कहने वाले मोहन भागवत के बयान को गलत करार दिया. कहा कि हजारों-लाखों साल से भगवान राम हमारे दिलों में हैं. हम लोगों ने रामलला के लिए पहले भी लड़ाई लड़ी है. जरूरत पड़ेगी तो आगे भी ऐसा करेंगे. कहा कि असली आजादी तो देश को उस समय मिलेगी, जब रामलला के नाम पर राजनीति बंद होगी.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को असली स्वतंत्रता बताना गलत
राज्यसभा सांसद संजय राउत का कहना था कि आरएसएस के सरसंघचालक(मोहन भागवत) सम्माननीय व्यक्ति हैं. लेकिन वह संविधान के निर्माता नहीं है और न ही वह देश का कानून बनायेंगे और न बदल पायेंगे. कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा गर्व की बात है. इसमें सभी का योगदान है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को ही असली स्वतंत्रता बताना गलत है. इस देश में लाखों साल से भगवान राम का स्थान रहा है.
रामलला के नाम पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए. संजय राउत ने कहा, रामलला के लिए पहले भी हमने आंदोलन किये हैं और आगे भी करते रहेंगे. लेकिन आप(मोहन भागवत) रामलला के नाम पर राजनीति न करें, तभी देश सही मायनों में स्वतंत्र होगा.
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