New Delhi : यूडीएफ सांसदों ने आज संसद परिसर में दो कैथोलिक ननों को जेल भेजे जाने को लेकर प्रदर्शन किया. राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया. छत्तीसगढ़ में अपनी आस्था के कारण निशाना बनाये जाने के बाद दो कैथोलिक ननों को जेल में डाल दिया गया.
Two Catholic nuns jailed in Chhattisgarh after being targeted for their faith - this isn’t justice, it’s BJP-RSS mob rule.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 28, 2025
It reflects a dangerous pattern: systematic persecution of minorities under this regime.
UDF MPs protested in Parliament today. We will not be silent.… https://t.co/as67WaLmdV
We have written to the Union Home Minister and the Chhattisgarh Chief Minister on the issue of the illegal custody of the nuns. They are from Kerala, but they were working in Chhattisgarh.
— Congress (@INCIndia) July 28, 2025
What happened was that the government there and the Bajrang Dal alleged that it was a… pic.twitter.com/tolFVsX0xl
UDF MPs held a strong protest outside Parliament today against the shocking arrest and harassment of Catholic nuns in Durg in Chhattisgarh. They were targeted by a violent mob despite no wrongdoing.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) July 28, 2025
By the BJP-RSS ecosystem, all minorities are treated as criminals and lumpen… pic.twitter.com/ykUG4oFVIO
राहुल गांधी ने लिखा, यह न्याय नहीं, बल्कि भाजपा-आरएसएस का भीड़तंत्र है. लिखा कि यह एक खतरनाक पैटर्न को दर्शाता है: इस शासन में अल्पसंख्यकों का व्यवस्थित उत्पीड़न हो रहा है. कहा कि यूडीएफ सांसदों ने आज संसद में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हम चुप नहीं रहेंगे. धार्मिक स्वतंत्रता एक संवैधानिक अधिकार है. हम उनकी तत्काल रिहाई और इस अन्याय के लिए जवाबदेही की मांग करते हैं.
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग में कैथोलिक ननों की चौंकाने वाली गिरफ्तारी और उत्पीड़न के खिलाफ आज यूडीएफ सांसदों ने संसद के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. बिना किसी अपराध के हिंसक भीड़ ने उन्हें निशाना बनाया.
वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा-आरएसएस तंत्र द्वारा, सभी अल्पसंख्यकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जाता है और अपने धर्म का पालन करने वाले साथी नागरिकों को डराने-धमकाने के लिए गुंडे तत्वों को छोड़ दिया जाता है.
छत्तीसगढ़ में बजरंग दल के गुंडों और पुलिस के बीच यह जुगलबंदी धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति भाजपा की असली मंशा को दर्शाती है. हम उनकी तत्काल रिहाई और निर्दोष ननों के लिए न्याय की मांग करते हैं.
कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन के बीच कहा कि हमने ननों की अवैध हिरासत के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. वे केरल की रहने वाली हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में काम कर रही थीं.
वहां की सरकार और बजरंग दल ने आरोप लगाया है कि यह तस्करी का मामला है और लोग उन महिलाओं को धर्मांतरण के लिए ले जा रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि उन्हें रोज़गार के लिए ले जाया जा रहा था. उन लोगों ने पुलिस को बताया कि वे उन महिलाओं को कानूनी तौर पर ले जा रहे हैं और उनके माता-पिता की अनुमति है, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी.
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं. यह कोई अकेला मामला नहीं है. ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मणिपुर और अन्य जगहों पर भी वे ईसाई संस्थानों, फादर्स और ननों को परेशान कर रहे हैं.
कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने इन गुंडों को अल्पसंख्यकों पर हमला करने की खुली छूट दे दी है. यह संविधान के विरुद्ध है, जो धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करता है, लेकिन इस तरह की कार्रवाइयों के ज़रिए भाजपा सरकारें इन आज़ादियों पर हमला कर रही हैं.
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