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ब्रांडेड कपड़ों की कीमतों पर 10 फीसदी तक हुई बढ़ोतरी

Ranchi:  तमाम आकलन बता रहे हैं कि बेरोजगारी बढ़ी है. लोगों की आय में कमी आयी है. पेट्रोल-डीजल के दाम ऑल टाईम हाई है. आपके कष्ट को बढ़ाने के लिये इतना ही काफी नहीं है. अब खबर है कि कपड़ों के दामों में 10-20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गई है. मतलब इनकम घटने के बाद अब आपको तन ढ़ंकने के लिये ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे. अच्छी क्वालिटी और ब्रांडेड् कपड़े खरीदने और पहनने का शौक सभी को होता है. हर कोई चाहता है कि वो सबसे अच्छे और नामी ब्रांड के कपड़े पहने. अक्सर लोग बड़े ब्रांड के कपड़े खरीदना चाहते हैं, ताकि सोसाइटी और फ्रेंड सर्कल में उनका रौब बने. लेकिन बढ़ती महंगाई का असर ब्रांडेड कपड़ों की कीमत पर भी पड़ा है. ब्रांडेड कपड़ों की कीमतों में 10-20 प्रतिशत तक की वृध्दि हुई है. इसे भी पढ़ें: पेट्रोल-डीजल">https://lagatar.in/textile-market-is-also-expensive-due-to-rising-prices-of-petrol-and-diesel-prices-up-by-15-percent/37783/">पेट्रोल-डीजल

की बढ़ती कीमतों से कपड़ा बाजार भी महंगा, 15 फीसदी तक बढ़े दाम

इन आकंड़ों से जानिये कि पिछले साल के मुकाबले इस साल ब्रांडेड कपड़ों की कीमतों में कितनी वृध्दि हुई है-

ब्रांडेड जींस   2020 की कीमत            2021 की कीमत
लिवाइस 2499 रुपये   2799 रुपये
ली                      2599 रुपये 2699 रुपये
मुफ्ती 2799 रुपये 2899 रुपये
साइट्रस        999 रुपये 1199 रुपये
लिव-इन                 1299 रुपये   1499 रुपये
मोन्टे कार्लो               1599 रुपये   1899 रुपये
किलर  1499 रुपये 1699 रुपये
पीटर इग्लैंड                  1399 रुपये 1599 रुपये
मोरकल 999 रुपये 1199 रुपये
स्पाइकर 999 रुपये 1199 रुपये

कीमत बढ़ने पर भी ब्रांड्स हैं डिमांड में

वूल हाउस के संचालक मनीष कुजारा ने कहा कि अगर पिछले साल से तुलना करें, तो कुछ ब्रांडेड् कपड़ों की कीमत में 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है. फिर भी कस्टमर्स के बीच लिवाइस, सभ्यता, बीबा, पीटर इंग्लैंड, बीइआईएनडीआई जैसे ब्रांड्स की काफी डिमांड है.

ब्रांडेड में असली-नकली की पहचान जरूरी

सेवासदन रोड स्थित जींस के थोक विक्रेता निर्मल राय ने बताया कि ब्रांडेड कपड़ों में असली और नकली की पहचान जरूरी है. आजकल लोग यही नहीं देखते कि वे जो कपड़ा खरीदने जा रहे हैं  वह असल में उसी ब्रांड का हैं या नहीं. अक्सर ग्राहक ब्रांड में धोखा खा जाते हैं और नकली माल खरीद लेते हैं. ब्रांड के नाम पर कई लोग लोकल माल भी बेच देते हैं. आगे उन्होंने बताया कि ब्रांडेड कपड़ों की सबसे बड़ी पहचान होती है टैग. लेकिन आजकल के लोग इन टैग तक को कॉपी करके कपड़े बेचते हैं. इनके टैग्स से ही असली ब्रांड का पता लगा सकते हैं. कई ब्रांड्स कपड़ों की लाइनिंग में टैग लगाते हैं. जिन कपड़ों के लाइनिंग में टैग लगा मिले तो समझ जाइये कि वो ब्रांडेड है. साथ ही उस कपड़े की सिलाई भी देखें. ब्रांडेड कपड़े की सिलाई सीधी, मजबूत और नीट होगी. इसे भी पढ़ें: प्रताप">https://lagatar.in/arvind-subramaniam-also-resigns-from-ashoka-university-after-pratap-bhanu-mehta/39333/">प्रताप

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