Ranchi : झारखंड में चल रही सियासी उठापटक के बीच यूपीए विधायक भाजपा के साथ अब राजभवन पर भी हमलावर है. रविवार देर शाम यूपीए के 11 विधायकों ने मुख्यमंत्री आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजभवन आयी रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग राज्यपाल रमेश बैस से की थी. अब सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि यूपीए विधायकों ने राजभवन से मिलने के लिए समय मांगा हैं. हालांकि खबर लिखे जाने तक राजभवन की तरफ से समय दिए जाने की कोई सूचना नहीं है. माना जा रहा है, राजभवन अगर समय दे देता है तो यूपीए विधायक राज्यपाल से पूछेंगे कि अगर उनके पास रिपोर्ट आई है, उसे सार्वजनिक करें ताकि राज्य में जो उहापोह की स्थिति बनी है उस पर विराम लगे.
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रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करने के पीछे हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा देना है – यूपीए
इससे पहले शनिवार को यूपीए विधायकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि राजभवन आये रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करने के पीछे का कारण राज्य में हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा देना है. झामुमो नेता सह मंत्री चंपई सोरेन ने कहा था कि प्रदेश की स्थिति महाराष्ट्र जैसी बनाई जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने तो यहां तक कहा था कि अगर रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जा रही है तो भाजपा धारा 356 लगाकर हमें सत्ता से ही बेदखल कर दें.
गौरतलब है कि रांची के अनगड़ा माइंस लीज मामले में चर्चा है कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता को लेकर रिपोर्ट राजभवन भेज दी है. हालांकि राजभवन की तरफ से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. ऐसे में झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को लेकर पिछले कुछ दिनों से तरह-तरह की अटकलें चल रही हैं.
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