पांच साल से कार्यरत हैं
Jamtara: राज्य में उर्दू शिक्षकों के सामने वेतन की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसे लेकर उर्दू शिक्षक परेशान हैं. बताया जाता है कि योजना मद में कार्यरत प्राथमिक उर्दू शिक्षकों का वेतन आवंटित नहीं होने से लगभग 3 महीने से वेतन का भुगतान किसी भी जिले में नहीं हो सका है. प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 800 उर्दू शिक्षक योजना मद में 2015 से कार्यरत हैं.
वेतन नहीं मिलने से उनके सामने कई तरह की समस्याएं आ रही हैं. झारखंड राज्य उर्दू प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष कोरेश अंसारी का कहना कि गैर योजना में कार्यरत प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के हिंदी शिक्षकों का वेतन आवंटन प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा किया जा चुका है. इसी प्रकार उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन आवंटन गैर योजना मद में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा किया जा चुका है.
रमजान का महीना है
कहा कि प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत हिंदी शिक्षकों को गैर योजना मद में होने से वेतन समय पर मिलता रहता है. लेकिन योजना मद में कार्यरत उर्दू शिक्षकों को रमजान जैसे महीने में भी आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. एक साथ कई त्योहार होनेवाले हैं. ऐसे में वेतन नहीं मिलने से उर्दू शिक्षक मुश्किल में हैं. उर्दू शिक्षक संघ ने सरकार से योजना मद में वेतन आवंटित करने की मांग की है ताकि उनकी समस्याएं दूर हो.